भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ हो गया। रविंचंद्रन अश्विन और हनुमा विहारी की बदौलत टीम इंडिया इस मैच को बचाने में सफल रही। मुकाबले के दौरान ऑस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन लगातार स्लेजिंग करते हुए दिखाई दिए। उन्होंने अश्विन को कई बार डिस्टर्ब करने का प्रयास किया। वे भारतीय स्पिनर के बल्लेबाजी को देखकर परेशान लग रहे थे।
पारी के दौरान दो मौकों पर अश्विन अपने स्टांस से पीछे हटे। उन्होंने टिम पेन को देखा। पेन लगातार कुछ न कुछ बोले जा रहे थे। पारी के 122वें ओवर में पेन ने अश्विन से कहा, ‘‘गाबा टेस्ट के लिए बहुत तेजी से इंतजार है।’’ इस पर अश्विन ने उन्हें करारा जवाब दिया। भारतीय स्पिनर ने कहा, ‘‘भारत में तुम्हें देखने का इंतजार है। वो शायद तुम्हारी आखिरी सीरीज होगी।’’ दरअसल, ऐसी खबरें आ रही थी कि भारतीय टीम सख्त क्वारंटीन नियमों के कारण ब्रिस्बेन के गाबा में खेलने के लिए तैयार नहीं थी।
लगातार स्लेजिंग कर रहे पेन को उस समय मुंह की खानी पड़ी जब इसके अगले ओवर में ही उन्होंने एक आसान कैच छोड़ दिया। जोश हेजलवुड की आउटस्विंगर हनुमा विहारी के बल्ले से लगकर विकेट के पीछे गई, लेकिन पेन कैच नहीं ले पाए। उन्होंने इससे पहले ऋषभ पंत का कैच भी छोड़ा था। कहना गलत नहीं होगा कि अगर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्लेजिंग से ज्यादा अपनी कीपिंग पर ध्यान देते तो शायद रिजल्ट उनके पक्ष में होता।
भारत को मैच जीतने के लिए 407 रन का लक्ष्य मिला था। पांचवें दिन का खेल खत्म होने के समय भारत का स्कोर 131 ओवर में 5 विकेट पर 334 रन था। नियमानुसार एक ओवर और फेंका जाना शेष था, लेकिन दोनों टीमें ड्रॉ पर सहमत हो गई। यह मैच ड्रॉ कराने में ऋषभ पंत, चेतेश्वर पुजारा के साथ चोटिल हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन का भी बहुत योगदान रहा। हनुमा की मैच के दौरान हैमस्ट्रिंग खिंच गई थी। इसके बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी की और अश्विन के साथ मिलकर 258 गेंदों में नाबाद 62 रन की साझेदारी की।