भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की नीति में बदलाव कर सकता है। हो सकता है खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार और करीबी लोग दौरे पर उनके साथ रहने की छूट दे दी जाए। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान भारतीय टीम को पूर्व कप्तान विराट कोहली ने इस नियम की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि वह अकेले कमरे में ‘सड़ना’ नहीं चाहते।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि परिवार के सदस्यों को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के साथ वर्तमान नियमों की तुलना में अधिक समय तक रहने की अनुमति होगी, बशर्ते खिलाड़ियों को बोर्ड से पहले ही अनुमति लेनी होगी। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ” अगर खिलाड़ी चाहते हैं कि उनके परिवार दौरे पर ज्यादा समय तक रहें तो वे अनुमति के लिए आवेदन कर सकते हैं। बीसीसीआई अपने हिसाब से फैसला लेगा।”
10-सूत्रीय अनुशासनात्मक दिशा-निर्देश
बीसीसीआई ने 2025 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद सीनियर में टीम के खिलाड़ियों के लिए 10-सूत्रीय अनुशासनात्मक दिशा-निर्देश जारी किए। इसमें विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ परिवारों के रहने की अवधि को सीमित कर दिया गया।
फैमिली के ट्रेवल पर पाबंदी क्यों लगाई गई
ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा के साथ समीक्षा बैठक के बाद कोविड-19 महामारी के दौरान ढील दिए जाने के बाद फैमिली के ट्रेवल पर पाबंदी फिर से लगाई गई। बैठक के दौरान कोच गंभीर ने कथित तौर पर ड्रेसिंग रूम में सामंजस्य की कमी के बारे में चिंता जताई थी। इसके कारण बीसीसीआई ने सख्त उपाय लागू किए थे। विराट कोहली ने नियम को लेकर क्या कहा था? पूरी जानकारी के लिए क्लिक करें।