अफवाहें भारतीय क्रिकेटर्स के जीवन का हिस्सा हैं। उन्हें लगभग हर दिन खुद के बारे में कुछ ऐसा सुनने को मिलता है, जिसके बारे में शायद वह खुद नहीं जानते होंगे। शायद भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को भी ऐसी स्थिति से दो-चार होना पड़ा है। एशिया कप 2022 में हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ 31 अगस्त को होने वाले मैच की पूर्वसंध्या पर उन्होंने ऐसा खुलासा किया, जो काफी हैरान करने वाला है।

चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 में रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन भूलने वाला था। चर्चा थी कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए चुना जाएगा या नहीं। रविंद्र जडेजा से 30 अगस्त 2022 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने पूछा, आईपीएल खत्म होने के बाद हमने सुना था कि रविंद्र जडेजा विश्व कप नहीं खेलेंगे। वह एक साल से चोटिल हैं। उसके बाद आप वापसी करते हैं और पाकिस्तान के खिलाफ भारत को जीत भी दिलाते हैं। जब आपके बारे में ऐसी बातें हो रही होती हैं तब आप दबाव कैसे संभालते हैं? इस तरह की अफवाहों से कैसे निपटते हैं?

इस सवाल पर रविंद्र जडेजा ने कहा, ‘आप ने तो बहुत छोटी बात कही कि मैं विश्व कप में नहीं हूं। बीच में तो खबर आई थी कि मैं मर गया हूं! इससे बड़ी खबर तो हो ही नहीं सकती।’ रविंद्र जडेजा मई में 61 वर्षीय सौराष्ट्र के पूर्व क्रिकेटर राजेंद्र जडेजा के निधन की खबर का जिक्र कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा कि मैं ज्यादा नहीं सोचता। मुझे बस मैदान पर उतरकर प्रदर्शन करना है। मैं कड़ी मेहनत करता हूं और अपनी कमजोरियों में सुधार करता हूं, जो वास्तविक मैच स्थितियों में मदद करता है। मैं बस इतना ही करता हूं, प्रतिदिन गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण।’

रविंद्र जडेजा ने 28 अगस्त 2022 को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर भारत की पांच विकेट की जीत के बारे में कहा, ‘बेशक (मुझे पता था कि ऐसा हो सकता है)… उनकी अंतिम एकादश को देखने के बाद मुझे पता था कि ऐसी स्थिति आ सकती है। मैं मानसिक रूप से तैयार था। सौभाग्य से मैंने टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए।’ उन्होंने कहा, ‘मैं शीर्ष सात में बाएं हाथ का अकेला बल्लेबाज था। कभी-कभी जब बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए जोखिम लेना आसान होता है।’

इस ऑलराउंडर ने कहा, ‘मैं जब भी क्रीज पर उतरता हूं तो बस स्थिति के अनुसार खेलता हूं। टी20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है। आपको बस मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करना होता है। मुझे बस बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने होते हैं और जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाने होते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि क्या यह (नंबर चार पर बल्लेबाजी) भविष्य की योजना है, जडेजा ने कहा, ‘यह स्थिति और प्रतिद्वंद्वी गेंदबाजों पर निर्भर करता है।’

रविंद्र जडेजा को शादाब खान और मोहम्मद नवाज की स्पिन जोड़ी से निपटने के लिए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया। दोनों ने दाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया था। जडेजा ने भारत को परेशानी से बाहर निकाला जिसने तीन रन के भीतर रोहित और विराट कोहली (35) के विकेट गंवा दिए थे।

इससे टीम का स्कोर 10 ओवर के अंदर तीन विकेट पर 53 रन हो गया था। रविंद्र जडेजा ने बीच के ओवरों में सूर्यकुमार यादव (18) के साथ 36 रन की साझेदारी के साथ भारत की पारी को संवारा और फिर हार्दिक के साथ 52 रन जोड़कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया।

यह पूछे जाने पर कि बल्लेबाजी करते समय उन्होंने और हार्दिक ने क्या बात की तो रविंद्र जडेजा ने कहा, ‘भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा काफी दबाव वाला होता है। आपसे काफी उम्मीदें होती हैं। मुझे नहीं लगता कि चर्चा करने के लिए बहुत कुछ था, ऐसी चीजें टी20 प्रारूप में होती हैं। सभी ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कैच में योगदान दिया।’

गेंदबाजी करते हुए रविंद्र जडेजा (दो ओवर में 11 रन देकर कोई विकेट नहीं) और युजवेंद्र चहल (चार ओवर में 32 रन देकर कोई विकेट नहीं) दोनों स्पिनर्स को सफलता नहीं मिली, लेकिन इस ऑलराउंडर ने कहा कि वे रन गति पर अंकुश लगाने में सफल रहे।

जडेजा ने कहा, ‘स्पिनर्स ने भी अच्छा किया, कभी-कभी आप अच्छा करते हैं, लेकिन विकेट नहीं ले पाते। टी20 फॉर्मेट ऐसा ही है। एक गेंदबाजी इकाई के तौर पर हमने अच्छा प्रदर्शन किया। यह एक सामूहिक प्रयास था। स्पिनर्स को कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन उन्होंने रन प्रवाह को रोक दिया।’

क्वालिफायर से मुख्य ड्रॉ में जगह बनाने वाली हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ होने वाले मैच को लेकर जडेजा ने कहा,‘हम सकारात्मक सोच के साथ हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ खेलने जा रहे हैं और हम उन्हें हल्के में नहीं लेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘मैच के दिन टी20 में कुछ भी हो सकता है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और सकारात्मक होकर खेलेंगे।’