भारतीय क्रिकेट टीम ने ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 157 रन से जीत हासिल की। टीम इंडिया की यह जीत इसलिए भी बहुत अहम है, क्योंकि इस मैच में उसकी पहली पारी 200 (191 रन) के स्कोर के भीतर ही सिमट गई थी। यह तीसरी बार है जब विदेश में पहली पारी में 200 या उससे कम के स्कोर पर ऑलआउट होने के बावजूद टीम इंडिया ने जीत हासिल की है।
टीम इंडिया ने इंग्लैंड में यह उपलब्धि पहली बार हासिल की है। वहीं, विराट कोहली भी इंग्लैंड में नंबर वन एशियाई टेस्ट कप्तान बने। भारत ने इस जीत से पहले एक बार वेस्टइंडीज और एक बार साउथ अफ्रीका में ऐसा कारनामा किया है। इंग्लैंड में पहली पारी में भारतीय क्रिकेट टीम अब तक 12 बार 200 रन के स्कोर भीतर ऑलआउट हुई। इनमें से पहली बार उसे जीत नसीब हुई है।
इससे पहले हुए 11 में से 10 टेस्ट मैच में उसे हार मिली थी, जबकि एक मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था। पहली पारी में 200 या उससे कम के स्कोर पर ऑलआउट होने के बाद टीम इंडिया ने पहली बार साल 2006 में जीत हासिल की थी। तब उसने वेस्टइंडीज को 49 रन से हराया था।
उस टेस्ट मैच में भारत की कमान राहुल द्रविड़ के हाथों में थी। किंग्सटन में 30 जून से 2 जुलाई तक खेले गए उस टेस्ट मैच में भारत की पहली पारी 200 रन पर ऑलआउट हो गई थी। हालांकि, हरभजन सिंह की फिरकी के आगे वेस्टइंडीज की पहली पारी 103 रन पर सिमट गई थी। हरभजन ने 4.3 ओवर में सिर्फ 13 रन देकर 5 विकेट लिए थे।
टीम इंडिया दूसरी पारी में भी कुछ खास नहीं कर पाई थी। वह सिर्फ 171 रन बना पाई थी। इस तरह वेस्टइंडीज जीत के लिए 269 रन का लक्ष्य मिला था। हालांकि, अनिल कुंबले और श्रीसंत के वेस्टइंडीज दूसरी पारी में 219 रन ही बना पाई थी। दूसरी पारी में कुंबले ने 78 रन देकर 6 और श्रीसंत ने 38 रन देकर 3 विकेट लिए थे।
साल 2018 में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम वांडर्स के मैदान पर पहली पारी में 187 रन पर ऑलआउट हो गई थी। हालांकि, जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की कसी हुई गेंदबाजी के दम पर दक्षिण अफ्रीका की टीम 194 रन ही बना पाई। बुमराह ने 54 रन देकर 5 और भुवनेश्वर ने 44 रन देकर 3 विकेट लिए थे।
टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 247 रन बनाए। दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह के अलावा मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा ने भी कहर बरपाया। शमी ने 28 रन देकर 5, बुमराह ने 57 रन देकर 2, इशांत ने 31 रन देकर 2 विकेट लिए।
ओवल में जीत हासिल करने के साथ ही विराट कोहली ने इंग्लैंड में बतौर एशियाई कप्तान सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में यह तीसरा टेस्ट मैच जीता है।
उनसे पहले यह रिकॉर्ड संयुक्त रूप से कपिल देव, इमरान खान, जावेद मियांदाद, मिस्बाह-उल-हक और वसीम अकरम हैं। कपिल, इमरान, मियांदाद, मिस्बाह और अकरम ने अपनी अगुआई में इंग्लैंड में दो-दो टेस्ट मैच जीते हैं।