India vs England, T20 World Cup 2022: हेड कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाजों के लिए अपनी-अपनी बिजनेस क्लास की सीटें छोड़ दी हैं। टीम प्रबंधन का मानना है कि भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, हार्दिक पंड्या और अर्शदीप सिंह को पूरी तरह आराम मिले और टूर्नामेंट के दौरान वे तरोताजा रहें।

एडिलेड पहुंचने पर टीम इंडिया के एक सहयोगी स्टाफ ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘टूर्नामेंट से पहले हमने तय किया था कि तेज गेंदबाजों को मैदान पर सबसे ज्यादा मेहनत करने की जरुरत है, इसलिए उन्हें मैच या अभ्यास के बाद अपने पैरों को फैलाने की भी जरुरत होगी।’

क्या कहता है इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का नियम

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के मानकों के मुताबिक, हर टीम को चार बिजनेस क्लास सीटें मिलती हैं। अधिकांश टीमें उड़ान के ये विशेषाधिकार अपने कोच, कप्तान, उप-कप्तान और मैनेजर को देती हैं। हालांकि, एक बार जब भारतीय थिंकटैंक को इस बात का पता चला कि उन्हें हर तीसरे या चौथे दिन यात्रा करनी पड़ेगी तो यह फैसला लिया गया कि यात्रा के दौरान मेहनती तेज गेंदबाजों को सबसे अच्छी सीटें दी जाएं।

टी20 विश्व कप के दौरान 34000 किमी का सफर तय करेगी टीम इंडिया

टी20 वर्ल्ड कप 2022 में जब तक भारत अपना अभियान पूरा करता, तब तक टीम लगभग 34,000 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी होती। टीम मैनेजमेंट ने ऑस्ट्रेलिया के तीन टाइम जोन पर भी विचार किया। अलग-अलग टाइम जोन होने के कारण ऑस्ट्रेलिया में कहीं ज्यादा ठंडी रहती है तो कहीं का मौसम गर्म रहता है। लगातार बदलती इन परिस्थितियों में तेज गेंदबाजों के चोटिल होने का खतरा रहता है।

भारतीय क्रिकेट टीम के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे पहले ही बता चुके हैं कि कैसे उन्होंने खिलाड़ियों को मैच के लिए तैयार करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। पारस म्हाम्ब्रे ने कहा था, ‘हमने योजना के संदर्भ में बहुत कुछ सोचा है। हम इसके बारे में कैसे जाना चाहते हैं? हमने जो भी सत्र छोड़ा है वह वैकल्पिक है, इसलिए मेंटीनेंस के संदर्भ में फिजियोथेरेपी, उनकी देखभाल करना, हर खेल में उनका सबसे अच्छा शेप में होना महत्वपूर्ण है। हम इसका ध्यान रख रहे हैं।’

इतना व्यस्त कार्यक्रम रहा है कि टीम विश्व कप के पहले मैच में पाकिस्तान पर रोमांचक जीत का जश्न भी नहीं मना पाई थी, क्योंकि अगली सुबह उसकी फ्लाइट थी। रविचंद्रन अश्विन से मैच के बाद के लिए उनकी योजना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा था, ‘क्या योजना है सर, हम बस यात्रा कर रहे हैं!’

मीडिया मैनेजर का बढ़ गया है काम?

मीडिया मैनेजर के लिए रिस्ट वाच (कलाई घड़ी) की ओर इशारा करते रहना एक आम बात हो गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में खिलाड़ियों को संकेत दिया जाता है कि शेड्यूल तंग है और टीम को जल्दी होटल पहुंचने की जरूरत है। हर मैच के बाद खिलाड़ियों से अपेक्षा की जाती है कि वे अपना सामान पैक करके अपने कमरों से बाहर छोड़ दें ताकि इसे हवाई अड्डे पर जल्दी ले जाया जा सके। कई खिलाड़ी पूरी नींद नहीं ले पा रहे हैं।

ट्रेनर और फिजियो की है गेंदबाजों पर बारीक नजर

फिजियो और प्रशिक्षक तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स पर बारीक नजर रख रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन पर यात्रा का बोझ न पड़े और उन्हें पर्याप्त नींद और रिकवरी मिले। खिलाड़ियों को यह छूट दी गई है कि अगर उन्हें लगता है कि उन्हें आराम की जरूरत है तो वे अभ्यास के लिए नहीं आएंगे। एक भारतीय खिलाड़ी ने मजाक में कहते हैं कि इस टी 20 विश्व कप के पूरा होने तक कुछ खिलाड़ियों के बाल अधिक झड़ चुके होंगे। हालांकि, जब हवाई यात्रा की बात आती है तो तेज गेंदबाजों की टांगों को सबसे कीमती माना जाता है।