भारतीय ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने एक जुलाई 2022 को टेस्ट क्रिकेट में अपना तीसरा शतक लगाया। उनका इस साल यह दूसरा टेस्ट शतक है। इससे पहले उन्होंने मार्च 2022 में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 175 रन की पारी खेली थी। यह 7 या उसके बाद किसी भी नंबर पर आने वाले भारतीय बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर है। जडेजा ने तब महान कपिल देव का रिकॉर्ड तोड़ा था।

रविंद्र जडेजा 7वें या उसके बाद बल्लेबाजी करते हुए एक साल में दो टेस्ट शतक लगाने वाले चौथे भारतीय हैं। उनसे पहले कपिल देव (1986), महेंद्र सिंह धोनी (2009), हरभजन सिंह (2010) ने ऐसा किया था। आंकड़े बताते हैं कि रविंद्र जडेजा टीम इंडिया के लिए नए संकटमोचक बन गए हैं।

रविंद्र जडेजा ने 2012 में टेस्ट क्रिकेट में बतौर गेंदबाज डेब्यू किया था। हालांकि, पिछले कुछ साल में उन्होंने बतौर ऑलराउंडर काफी शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2016 के बाद से अब तक 44 टेस्ट मैच में 44.06 के औसत से 2027 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने 726 रन यानी 35.8% रन तब बनाए, जब भारत के 6 विकेट गिर चुके थे। दुनिया भर में 1000 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले किसी भी बल्लेबाज के मामले में यह सबसे ज्यादा है।

रविंद्र जडेजा एजबेस्टन टेस्ट में बल्लेबाजी के लिए आए थे, तब तक सिर्फ 27.5 ओवर का खेल हुआ था। कहा जाए तो गेंद ज्यादा पुरानी नहीं हुई थी। इसके बाद जडेजा ने 194 गेंदें खेलीं। मैच के पहले दिन जब ऋषभ पंत आउट हुए तब तक जडेजा के खाते में 68 रन ही जुड़े थे।

ऐसा लग रहा था कि भारत शायद ही 400 रन का आंकड़ा छू पाए, लेकिन जडेजा ने इसे संभव कर दिखाया। भाग्य ने भी उनका साथ दिया। स्लिप पर उनका कैच छूटा और अगली ही गेंद पर उन्होंने चौका लगाकर विदेश में अपना टेस्ट शतक जड़ा।

रविंद्र जडेजा ने 2018 के बाद से 25 टेस्ट की 36 पारियों में 47.28 के औसत से 1324 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 12 बार (3 शतक और 9 अर्धशतक) 50 से ज्यादा का स्कोर किया। वह 8 बार नाबाद पवेलियन लौटे और दो बार शून्य पर भी आउट हुए।

उन्होंने हर 2.9 पारियों में अर्धशतक बनाया। इस मामले में रोहित शर्मा (3.3) और ऋषभ पंत (3.5) भी उनसे पीछे हैं। इस दौरान जडेजा का औसत 47.28 का रहा। यह कम से कम 10 पारी खेलने वाले निचले क्रम केकिसी भी बल्लेबाज का सर्वाधिक औसत है।

जनवरी 2018 के बाद से अब तक जडेजा 18 मैच की 26 पारियों में 7 या उसके बाद के नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए। इस दौरान उन्होंने 48.15 के औसत से 963 रन बनाए। वह 6 बार नाबाद पवेलियन लौटे। जनवरी 2018 के बाद से सात या उसके बाद के नंबर पर खेलने आए किसी भी भारतीय बल्लेबाज का यह सर्वाधिक औसत है।