India vs England: हैदराबाद में पहला टेस्ट जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरे जेम्स एंडरसन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि इंग्लैंड यदि विजाग (विशाखापत्तनम) में दूसरे टेस्ट के चौथे दिन भारत के खिलाफ बल्लेबाजी करने आएगा तो वह पूरी ताकत लगा देगा। जीत के लिए भले ही 500 या 600 का लक्ष्य हो इंग्लैंड की टीम इसे 60 या 70 ओवर में हासिल करना चाहेगी।

हालांकि, विशाखपत्तनम में इंग्लैंड 399 रन का पीछा करने में विफल रहा और 106 रन से दूसरा टेस्ट मैच हार गया। इससे श्रृंखला 1-1 से बराबर हो गई थी। रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम ने सीरीज के अन्य तीन टेस्ट मैच भी जीते और 4-1 से सीरीज अपने नाम की।

भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद इंग्लैंड के बैजबॉल टेम्पलेट की काफी आलोचना हुई है। टीम की आलोचना करने वालों में इंग्लैंड के ही पूर्व कप्तान माइकल वॉन और नासिर हुसैन भी शामिल हैं। रविचंद्रन अश्विन ने भी बैजबॉल को डिफेंसलेस (बिना बचाव वाला) क्रिकेट करार देते हुए इस मामले पर अपनी राय साझा की।

फियरलेस नहीं डिफेंसलेस क्रिकेट टेम्पलेट है बैजबॉल

रविचंद्रन अश्विन ने सोमवार को अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘पहले टेस्ट के बाद मुझे एक बात समझ में आ गई कि बैजबॉल सिर्फ आक्रामक क्रिकेट नहीं है। यह डिफेंसलेस क्रिकेट है। वे बिल्कुल भी रक्षात्मक शॉट नहीं खेलने जाते। यदि वे डिफेंस करेंगे तो वे आउट हो जाएंगे। मुझे आश्चर्य हुआ कि जो रूट भी उनके गेम प्लान से सहमत थे। यदि आप विश्व क्रिकेट की बेस्ट डिफेंस रैंकिंग लेते हैं तो स्पिन के खिलाफ रूट उस सूची में नंबर 1 हैं। उन्होंने भी उनके दृष्टिकोण को स्वीकार कर लिया।’

लगता है अतिआत्मविश्वास का शिकार हो गए जेम्स एंडरसन: अश्विन

जेम्स एंडरसन की टिप्पणी पर अश्विन ने कहा, ‘इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी की टिप्पणी से लगभग ऐसा लगा जैसे वह अति आत्मविश्वास का शिकार हो गए हों।’ अश्विन ने कहा, ‘पहले टेस्ट में काफी अच्छी जीत के बाद जेम्स एंडरसन दूसरे टेस्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस में गए। उस मैच को जीतने के लिए उनका बहुत सम्मान है। उन्होंने प्रेस को बताया कि भले ही चौथी पारी में लक्ष्य 500 या 600 का हो, हम इसे 60 ओवर में पूरा कर लेंगे। भले ही यह उनकी सकारात्मक मानसिकता का उदाहरण था, लेकिन ऐसा लगा जैसे वह कुछ ज्यादा ही बोल गए थे।’