शुभमन गिल ने दूसरे वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतरीन पारी खेलते हुए अपने वनडे क्रिकेट करियर का छठा शतक लगाया और यह इस टीम के खिलाफ उनका वनडे में पहला शतक रहा। गिल ने इस मैच में 97 गेंदों पर 104 रन बनाए और इस दौरान 4 छक्के और 6 चौके लगाए। गिल की इस शानदार बल्लेबाजी के बाद टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग लगता है कि शुभमन गिल इंदौर वनडे में दोहरा शतक लगा सकते थे।
शुभमन गिल साल 2023 में अपने असाधारण प्रदर्शन से तहलका मचा रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में 74 रन के बाद दूसरे मैच में उन्होंने 104 रन की पारी खेलकर अपने कौशल को फिर से साबित किया। दूसरे वनडे मैच में गिल और श्रेयस अय्यर ने शतक लगाकर भारत को 99 रन से शानदार जीत दिलाई। इन दोनों की बल्लेबाजी के दम पर भारत ने दूसरे मैच में जीत दर्ज की और केएल राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली।
गिल के लिए दूसरा दोहरा शतक लगाने का था अच्छा मौका
2023 में शुभमन गिल ने वनडे में असाधारण प्रदर्शन किया है और उन्होंने 20 वनडे मैचों में कुल 1230 रन बनाए हैं जिसमें एक दोहरा शतक, चार शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। यह उपलब्धि और भी प्रभावशाली है क्योंकि कोई भी अन्य बल्लेबाज एक ही वर्ष में (2023 में) अब तक 1,000 रन पूरे करने में कामयाब नहीं हुआ है। सहवाग ने अब गिल के बारे में क्रिकबज से बात करते हुए कहा कि गिल को इंदौर वनडे में 160 या 180 जैसा बड़ा स्कोर बनाना चाहिए था। वह पहले वनडे में शतक से चूक गए थे, लेकिन इस मैच में उन्होंने शतक लगाया, लेकिन मैं फिर कहूंगा कि वह जिस तरह के फॉर्म में थे उन्हें 160 या 180 रन बनाने चाहिए थे।
सहवाग ने आगे कहा कि वह अभी सिर्फ 25 साल (गिल की वास्तविक उम्र 24 साल है) के हैं और अगर उन्होंने इस मैच में 200 रन बनाए होते तब भी नहीं थकते और फील्डिंग भी कर सकते थे। हां, 30 साल की उम्र में यह मुश्किल होता और थकान से नहीं उबर पाते ऐसे में यह उनके लिए ज्यादा बेहतर है कि वह इस उम्र में बड़े स्कोर बनाएं। गिल ने जिस तरह से दूसरे वनडे में अपना विकेट गंवा दिया उसके लिए सहवाग ने उनकी आलोचना की क्योंकि उसके बाद 18 ओवर बाकी थे क्योंकि उन्हें लगता है कि वह दूसरा दोहरा शतक वनडे में लगा सकते थे।
सहवाग ने कहा कि जब आप फॉर्म में हों और रन बना रहे हों तो अपना विकेट मत फेंको। जब वह आउट हुए तब 18 ओवर बाकी थे। अगर वह 9-10 ओवर और खेल लेते तो अपना दूसरा दोहरा शतक पूरा कर सकते थे। रोहित शर्मा ने तीन दोहरे शतक लगाए और इंदौर में उनके पास अवसर था और यहां का ट्रैक बल्लेबाजी के लिए शानदार था। आपको बता दें कि सहवाग ने भी इंदौर में ही अपने वनडे करियर का दोहरा शतक लगाया था।