युजवेंद्र चहल के अनुभव और व्हाइट बॉल क्रिकेट फॉर्मेट में सफलता को देखते हुए भारत की एकदिवसीय विश्व कप 2023 टीम से बाहर होने से प्रशंसक, क्रिकेट पंडित और हरभजन सिंह भी आश्चर्यचकित हैं। यही नहीं, युजवेंद्र चहल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भी चयनकर्ताओं का विश्वास जीतने में असफल रहे।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए युजवेंद्र चहल को बाहर करने के फैसले पर निराशा व्यक्त की है। हरभजन सिंह ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर कहा, वैसे तो यहां पर (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय वनडे टीम में) युजवेंद्र चहल को भी होना चाहिए था। उनको मौका नहीं दिया गया। यह मेरी समझ से परे है।
हरभजन सिंह ने कहा, या तो युजवेंद्र चहल की कहीं किसी से लड़ाई हुई है या फिर उन्होंने कहीं किसी को कुछ बोल दिया है या कोई ऐसी बात कर दी या मुझे नहीं पता, लेकिन सिर्फ और सिर्फ यदि स्किल की बात करें तो उनका नाम भी इस टीम में होना चाहिए था, क्योंकि काफी खिलाड़ी टीम इंडिया के रेस्ट कर रहे हैं।
युजवेंद्र चहल ने खेला था 2019 का वनडे वर्ल्ड कप
युजवेंद्र चहल ने भारत के लिए अब तक 72 वनडे मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 27.13 के औसत और 5.27 की इकॉनमी रेट से 121 विकेट लिए हैं। वह 2019 वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम के भी प्रमुख सदस्य थे, लेकिन भारत के लिए उनका आखिरी वनडे इस साल जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ था।
हरभजन सिंह ने यह भी बताया कि वॉशिंगटन सुंदर और रविचंद्रन अश्विन की क्यों टीम में वापसी हुई है। हरभजन सिंह ने कहा, दो ऑफ स्पिनर रखे गए हैं। वह इसलिए कि शायद अभी 27-28 सितंबर तक आपके पास समय है। आप भी अपने दोनों खिलाड़ियों को दोबारा देखना (परखना) चाहोगे। आर अश्विन को, वॉशिंगटन सुंदर को, कि वे क्या कर सकते हैं, इस फॉर्मेट में?
हरभजन सिंह ने कहा, जाहिर सी बात है, नहीं तो आप 2 ऑफ स्पिनर शायद टीम में नहीं रखते। तो हो सकता है कि इन दोनों में से अगर किसी एक ने असाधारण प्रदर्शन कर दिया तो उस खिलाड़ी को वनडे वर्ल्ड कप की टीम इंडिया में जगह मिल सकती है।
हरभजन सिंह ने निष्कर्ष निकालते हुए कहा, तो कहीं न कहीं टीम इंडिया ऑफ स्पिनर्स की तलाश कर रही है। उन्हें शायद अपनी गलती का अहसास हो गया है कि उन्होंने एक ऑफ स्पिनर को टीम में नहीं चुना है और अगर उनके सामने कई बाएं हाथ के बल्लेबाज आएंगे तो हमारे गेंदबाजों को परेशानी हो सकती है।
हरभजन ने कहा, लेकिन आप तीन स्पिनर तो कभी टीम में नहीं चुनोगे, चुनोगे भी तो 2 ही चुनोगे। जिस दिन दो चुनोगे उस दिन रविंद्र जडेजा तो खेलने ही खेलने हैं, चाहे सामने कितने भी बाएं हाथ के बल्लेबाज हों। और दूसरे जो खिलाड़ी हैं आपके रहेंगे कुलदीप यादव। उनकी जगह तो अभी कोई लेगा नहीं। तो फिर अनावश्यक रूप से यह सब क्यों करना? यह मेरी समझ से परे है या वे अपनी पिछली गलती को सुधारने के लिए एक और गलती करने जा रहे हैं।