India vs Australia, 3rd Test Match: भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का कहना है कि लापरवाही और अपने डिफेंस में विश्वास नहीं होने के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम को मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट गंवाने पड़े। रवि शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू पॉडकॉस्ट (ICC Review Podcast) से बात करते हुए कहा, मुझे लगता है कि अनुप्रयोग ने उन्हें निराश किया है, किसी और चीज से ज्यादा अपने डिफेंस के बचाव में विश्वास की कमी।

रवि शास्त्री ने कहा, ‘लापरवाही और अनुशासन की कमी थी और ऑस्ट्रेलिया ने इसके लिए बड़ी कीमत चुकाई।’ दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी के दौरान पूर्व खिलाड़ियों और क्रिकेट विशेषज्ञों द्वारा स्वीप शॉट खेलने और आउट होने के लिए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की जमकर आलोचना की गई। 60 वर्षीय रवि शास्त्री ने यह भी बताया कि अपने बचाव में भरोसा नहीं करने का क्या नतीजा होता है।

कभी-कभी आपको क्रीज पर कुछ समय बिताना पड़ता है: रवि शास्त्री

रवि शास्त्री ने कहा, ‘यदि आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं, तो आपके पास कोई मौका नहीं है, क्योंकि तब जितना आपको सामान्य रूप से चाहिए उससे कहीं ज्यादा तेज छुटकारा पाने का विचार करते हैं।’ रवि शास्त्री ने कहा, ‘कभी-कभी आपको क्रीज पर कुछ समय बिताना पड़ता है, लेकिन अगर आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं तो आप क्रीज पर कुछ समय कैसे व्यतीत करेंगे?’

ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ऐसा कर रहे थे, जिसके वे अभ्यस्त नहीं थे: रवि शास्त्री

रवि शास्त्री ने स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा जैसे वरिष्ठ बल्लेबाज की अप्रोच पर बोलते हुए कहा, ‘…लेकिन मैंने एक भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को ऐसा करते हुए नहीं देखा। मुझे आश्चर्य हुआ कि उनके कुछ सबसे वरिष्ठ खिलाड़ी भी वहां आए और सामान्य से हटकर कुछ करने लगे, कुछ ऐसा जो वे करने के अभ्यस्त नहीं थे। तो मुझे लगता है कि यह धैर्य है, यह एक अनुप्रयोग है, यह अनुशासन है और अपने बचाव पर भरोसा है।’

भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में अब तक पीटर हैंड्सकॉम्ब ऑस्ट्रेलिया के लिए मजबूत टेम्परामेंट और तकनीक के साथ सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज रहे हैं। हालांकि, दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में निचले क्रम पर अहम साझेदारियां करने और शानदार अर्धशतक बनाने के बावजूद वह भी दूसरी पारी में आक्रामक शॉट खेलने की कोशिश कर रहे थे। उनकी मदद से ही दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को अच्छा स्कोर बनाने में मदद मिली थी।