भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहती हैं। इन दिनों वे महिलाओं के हित को लेकर भी लगातार मुखर रहती हैं। हसीन ने हाल में एक टीवी डिबेट के दौरान कहा जेहाद में लड़कियों के इस्तेमाल को लेकर सवाल उठाए थे। हसीन ने कहा था कि हमारे मुस्लिम समाज में कुछ ही लोग लड़कियों को पढ़ाते-लिखाते हैं। ज्यादातर लोग औरतों को घर में रखना ही पसंद करते हैं। उनके इस जवाब पर डिबेट में शामिल कई पैनलिस्टों को गुस्सा आ गया था। हसीन ने ‘आज तक’ के कार्यक्रम दंगल में पैनलिस्टों से कड़े सवाल पूछे।

हसीन ने 10 अगस्त को ‘जय श्रीराम बोलने पर गाली क्यों?’ के मुद्दे पर हुए बहस का वीडियो 20 अगस्त यानी गुरुवार को शेयर किया। हसीन ने कहा था, ‘‘मैं मुस्लिम समाज की लड़की हूं और मुझे पता है कि कई लोग लड़कियों को पढ़ाते-लिखाते हैं, लेकिन उनकी संख्या कम है। अगर औरत आगे बढ़ना चाहती है, घर से बाहर निकलकर कुछ करना चाहती है और बुरखा में नहीं रहना चाहती है तो मुस्लिम समाज कहता है कि तुम घर में रहो। मुझे एक बात बताइए कि औरतें अगर घर की जीनत हैं और औरतें बुरखा नहीं पहनती हैं तो उस पर आप सवाल उठाते हैं। तो मुझे ये बताइए कि महिलाओं को शाहीन बाग में प्रदर्शन के लिए क्यों बिठाया गया? इसलिए बिठाया गया कि मर्द अगर धरने पर बैठते तो पुलिस उसे उठाकर ले जाती। अपने आप को बचाने के लिए मुस्लिम कट्टरपंथी लोगों ने खुद को बचाने के लिए औरतों का इस्तेमाल किया। और मैं बुरखा नहीं पहनती हूं तो मेरे चरित्र पर सवाल उठाया जाता है।’’

हसीन ने पैनल में शामिल शोएब जमई से पूछा, ‘‘जब मैं अपने अधिकार के लिए लड़ रही हूं तो मैं बदनुमा दाग बन गई। मुझे गालियां दी जाती है। अगर आपको लगता है कि एनआरसी और सीएए देश के हित में नहीं था तो आपलोगों ने क्यों आवाज नहीं उठाया। आपने क्यों नहीं जेहाद किया? आपने सरकार के खिलाफ तलवार क्यों नहीं उठाई? आपने खुद को बचाने और राजनीतिक लाभ के लिए औरतों का इस्तेमाल किया।’’ इस पर कार्यक्रम के एंकर रोहित सरदाना ने IMF के चेयरमैन शोएब जमई से जबाव मांगा। शोएब ने कहा, ‘‘हसीन बहन मैं आपकी बड़ी इज्जत करता हूं और कभी भी महिलाओं के खिलाफ दिए गए अभद्र टिप्पणी का स्वागत नहीं करता हूं। लेकिन एनआरसी और सीएए पर बोलकर आपने बहस को राजनीतिक कर दिया। हसीन जी ने एक अच्छा सवाल किया कि मैं बंगाल में हूं तो सुरक्षित हूं, उत्तर प्रदेश में रहती तो चिंतित रहती।’’

इस पर रोहित सरदाना ने शोएब जमई से कहा, ‘‘हसीन जहां ने पूरे मामले पर आपके कपड़े उतार दिए और आप योगी आदित्यनाथ का नाम लेकर बचना चाहते हैं।’’ एंकर ने फिर राजनीतिक विश्लेषक एमएस खान से सवाल किया, ‘‘आप ही बताइए कि कोई राम मंदिर का समर्थन करता है तो लोग उन्हें गाली क्यों देते हैं?’’ एमएस खान ने भी शोएब जमई को आड़े हाथों लेकर कहा कि उन्होंने हसीन जहां के ऊपर अगर जुल्म हो रहा है तो उनका समर्थन करिए। कई भी नहीं लिखा है कि महिलाओं और मासूम बच्चों को आगे बिठाकर लड़ाई लड़िए।’’