ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में हार्दिक पंड्या और रविंद्र जडेजा ने कैनबरा के मनुका ओवल में छठे विकेट के लिए 108 गेंदों में 150 रनों की नाबाद साझेदारी की। इसके साथ ही दोनों ने इतिहास रच दिया। हार्दिक और जडेजा ने 21 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। दोनों की यह साझेदारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे इंटरनेशनल मैच में भारत के लिए छठे विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप हो गई है। इससे पहले यह रिकॉर्ड सदागोपन रमेश और रॉबिन सिंह के नाम था।

सदागोपन रमेश और रॉबिन सिंह ने 1999 में कोलंबो के SSC (सिंहली स्पोर्ट्स क्लब) क्रिकेट मैदान में खेले गए मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ छठे विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी की थी। हालांकि, दोनों भारत के लिए छठे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड अपने नाम करने से चूक गए। वनडे इंटरनेशनल में भारत के लिए छठे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड अंबाती रायुडू और स्टुअर्ट बिन्नी के नाम है। रायुडू और स्टुअर्ट बिन्नी ने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ 2015 में छठे विकेट के लिए 160 रन की साझेदारी की थी। इस मामले में दूसरे नंबर पर महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की जोड़ी है। युवराज और एमएस धोनी ने 2005 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ छठे विकेट के लिए 158 रन की साझेदारी की थी।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में रविंद्र जडेजा ने 5 चौके और 3 छक्के की मदद से 50 गेंदों में नाबाद 66 रन बनाए। हार्दिक पंड्या ने 7 चौके और एक छक्के के दम पर 76 गेंद में नाबाद 92 रन बनाए। वह वनडे इंटरनेशनल में एक बार फिर अपना पहला शतक बनाने से चूक गए। वनडे इंटरनेशनल में हार्दिक का यह हाइएस्ट स्कोर है। उन्होंने पिछले मैच में बनाया गया अपना यह रिकॉर्ड तोड़ा। हार्दिक ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में 76 गेंद में 90 रन की पारी खेली थी।

रविंद्र जडेजा और हार्दिक पंड्या की पारी की मदद से ही तीसरे वनडे में भारत का स्कोर 300 के पार का पहुंच पाया। भारत ने तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 303 रन का लक्ष्य दिया। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 302 रन बनाए। कप्तान विराट कोहली ने भी 5 चौके की मदद से 78 गेंद में 63 रन बनाए।