इंदौर टेस्ट में स्पिन बॉलिंग से निपटने में भारतीय बल्लेबाजी क्रम असफल रहा था। पहली पारी में उसके 10 में से 9 विकेट स्पिनर्स ने लिए थे। तीसरा टेस्ट मैच तीन दिन के अंदर पूरा हो गया और ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ एक विकेट पर 78 रन बनाकर 9 विकेट से मैच अपने नाम कर लिया था। पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा है कि एक और समस्या है जिसे अनदेखा किया जा रहा है।

गंभीर ने विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि अगर ये बल्लेबाज स्पिन के खिलाफ इतने अच्छे खिलाड़ी नहीं होते तो ये करियर में अब तक 100+ टेस्ट नहीं खेल सकते थे। गौतम गंभीर ने स्पोर्ट्स टुडे को बताया, मुझे ऐसा नहीं लगता कि चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे लोग स्पिन गेंदबाजी के अच्छे खिलाड़ी हैं।

गंभीर ने कहा, अगर वे नहीं होते तो वे 100 टेस्ट मैच नहीं खेल पाते। उस मुकाम तक पहुंचने के लिए आपको स्पिन और तेज गेंदबाजी का बहुत अच्छा खिलाड़ी बनना होगा। एक चीज जो बदली है वह यह है कि डीआरएस ने बड़ी भूमिका निभाई है। जब फ्रंट फुट पर डीआरएस और एलबीडब्ल्यू नहीं होता था, कई बार आपको अपनी तकनीक भी बदलनी पड़ी। लोग इसके बारे में बहुत ज्यादा बात नहीं करते हैं।

गौतम गंभीर ने इस बारे में भी बात की कि टेस्ट मैच कितनी जल्दी खत्म हुआ। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सभी टेस्ट मैच में यह बात सबसे ज्यादा चर्चा में रही है। गंभीर ने कहा, मुझे लगता है, हां, टर्निंग ट्रैक पर खेलना ठीक है, लेकिन मैं 2.5 दिनों में खत्म होने वाले टेस्ट मैचों की सराहना नहीं करूंगा।

गौतम गंभीर ने कहा, हम करीबी फिनिश देखना चाहते हैं, जैसा कि हमने न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट में देखा था। यदि कोई टेस्ट चौथे या पांचवें दिन जाता है तो यह ठीक है। लेकिन 2.5 दिन बहुत कम है। अहमदाबाद टेस्ट मैच 9 मार्च से शुरू होना है। वहां की पिच को लेकर भी बहस जारी है। अहमदाबाद एक ऐसी पिच के लिए जाना जाता है, जहां ग्रीन टॉप विकेट होता है।