ICC Champions Trophy 2025 Meeting: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन फरवरी में होना है, लेकिन अबतक इसका शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। पाकिस्तान टूर्नामेंट का मेजबान है। ऐसे में भारतीय टीम के पड़ोसी मुल्क जाने से मनाही के कारण मामला फंसा हुआ है। इस मामले को सलटाने के लिए इंटनेशनल क्रिकेट बोर्ड (ICC Board) की शुक्रवार (29 नवंबर) को बैठक होनी थी। यह बैठक टल गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के कार्यकारी बोर्ड की आपात बैठक के दौरान चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम पर आम सहमति नहीं बन पाई। शनिवार को फिर बैठक होगी क्योंकि पाकिस्तान ने टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए ‘हाइब्रिड’ मॉडल को अस्वीकार कर दिया है। यह बैठक संक्षिप्त रही क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मोहसिन नकवी ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की मंजूरी के अभाव में भारत के उनके देश की यात्रा करने से इन्कार करने के बावजूद ‘हाइब्रिड’ मॉडल स्वीकार्य नहीं होगा।
बैठक के हिस्सा आईसीसी के एक पूर्ण सदस्य देश के वरिष्ठ प्रशासक ने पीटीआई को बताया,” बोर्ड की आज संक्षिप्त बैठक हुई। सभी पक्ष चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए सकारात्मक समाधान की दिशा में काम करना जारी रखेंगे और उम्मीद है कि बोर्ड शनिवार को फिर से बैठक करेगा और अगले कुछ दिनों तक बैठकें होती रहेंगी।”
इस बीच शुक्रवार (29 नवंबर) को दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बीसीसीआई के रुख को दोहराया कि सुरक्षा कारणों से भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जा सकती। पीसीबी अध्यक्ष नकवी ने व्यक्तिगत रूप से बैठक में हिस्सा लिया। वे गुरुवार से दुबई में हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ऑनलाइन बैठक में हिस्सा लिया। शाह 1 दिसंबर को नए आईसीसी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार ‘हाइब्रिड मॉडल’ को एकमात्र “संभावित समाधान” के रूप में देखा जा रहा है और यदि टूर्नामेंट स्थगित हो जाता है तो पीसीबी को गेट रिवेन्यू के साथ-साथ छह मिलियन अमेरीकी डालर की मेजबानी फीस का नुकसान होगा। छह मिलियन अमेरीकी डालर यानी 166 करोड़ पाकिस्तनी रुपये होते हैं। भारतीय रुपये में 50 करोड़ होते हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार 'हाइब्रिड मॉडल' को एकमात्र "संभावित समाधान" के रूप में देखा जा रहा है और यदि टूर्नामेंट स्थगित हो जाता है तो पीसीबी को गेट रिवेन्यू के साथ-साथ छह मिलियन अमेरीकी डालर की मेजबानी फीस का नुकसान होगा। छह मिलियन अमेरीकी डालर यानी 166 करोड़ पाकिस्तनी रुपये होते हैं। भारतीय रुपये में 50 करोड़ होते हैं।
इस बीच दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार (29 नवंबर) को बीसीसीआई के रुख को दोहराया कि सुरक्षा कारणों से भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जा सकती। पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने व्यक्तिगत रूप से बैठक में हिस्सा लिया। वे गुरुवार से दुबई में हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ऑनलाइन बैठक में हिस्सा लिया। शाह 1 दिसंबर को नए आईसीसी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
बैठक के हिस्सा आईसीसी के एक पूर्ण सदस्य देश के वरिष्ठ प्रशासक ने पीटीआई को बताया,"बोर्ड की आज संक्षिप्त बैठक हुई। सभी पक्ष चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए सकारात्मक समाधान की दिशा में काम करना जारी रखेंगे और उम्मीद है कि बोर्ड शनिवार को फिर से बैठक करेगा और अगले कुछ दिनों तक बैठकें होती रहेंगी।"
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के कार्यकारी बोर्ड की आपात बैठक के दौरान चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम पर आम सहमति नहीं बन पाई। शनिवार को फिर बैठक होगी क्योंकि पाकिस्तान ने टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए 'हाइब्रिड' मॉडल को अस्वीकार कर दिया है। यह बैठक संक्षिप्त रही क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मोहसिन नकवी ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार की मंजूरी के अभाव में भारत के उनके देश की यात्रा करने से इन्कार करने के बावजूद 'हाइब्रिड' मॉडल स्वीकार्य नहीं होगा।
चैंपियंस ट्रॉफी पर आईसीसी की बैठक सभी पक्षों से सुझाव और चर्चा के बाद शनिवार (30 नवंबर) के लिए स्थगित कर दी गई है। पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी के व्यक्तिगत रूप से बैठक में भाग लेने की संभावना है। सभी सदस्य देश वहां मौजूद होंगे। आईसीसी टूर्नामेंट के लिए समाधान खोजने की कोशिश कर रहा है।
तीसरा विकल्प यह है कि पूरा आयोजन पाकिस्तान में हो, लेकिन भारत के बिना। वित्तीय नुकसान को देखते हुए अंतिम विकल्प लगभग असंभव है।
दूसरा बिंदु यह है कि टूर्नामेंट पूरी तरह से पाकिस्तान के बाहर खेला जाए है और पीसीबी के पास मेजबानी के अधिकार बरकरार रखने का विकल्प हो।
आईसीसी बोर्ड की बैठक में 3 बिंदुओं पर चर्चा होगी। पहला बिंदु है हाइब्रिड मॉडल यानी अधिकांश मैच पाकिस्तान में हों, लेकिन भारत के मैच पाकिस्तान के बाहर खेले जाएं। पाकिस्तान को हाईब्रिड मॉडल स्वीकार नहीं है।
भारतीय टीम के पाकिस्तान दौरे पर न जाने को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से भी बयान आ गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा,"बीसीसीआई ने बयान जारी करके कहा है कि वहां सुरक्षा संबंधी चिंताएं हैं। इसलिए टीम के वहां जाने की संभावना नहीं है।"