भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज ओपनर गौतम गंभीर इन दिनों आलोचकों के निशाने पर हैं। इसके पीछे आईपीएल में उनकी कमेंट्री है। दरअसल, गंभीर पूर्वी दिल्ली के सांसद है। कोरोनावायरस के कारण दिल्ली के हालात ठीक नहीं हैं। इस कारण अरविंद केजरीवाल सरकार ने एक सप्ताह का लॉकडाउन लगा दिया है। प्रवासी मजदूर डर से दिल्ली छोड़कर घरों को लौट रहे हैं। इन परिस्थितियों में गंभीर का आईपीएल में कमेंट्री करना लोगों को रास नहीं आ रहा है।

दिल्ली में सोमवार (19 अप्रैल) को कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई। 23,686 संक्रमित पाए गए हैं। 240 लोगों ने अपनी जान गंवाई। ठीक वाले मरीजों की संख्या 21, 500 है। अब तक दिल्ली में 9.03 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 7.88 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 12,361 मरीजों की जान चली गई। 76,887 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण राजधानी के अस्पतालों में बेड की कमी है। इन्हीं कारणों से लोग सांसद गंभीर को ट्रोल कर रहे हैं। उनका कहना है कि एक सांसद के लिए लोगों की जान बचाना ज्यादा जरूरी है आईपीएल में कमेंट्री करना।

गंभीर को ट्रोल करते हुए एक यूजर ने कहा, ‘‘पूर्वी दिल्ली में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गौतम गंभीर कहा हैं। वो आईपीएल में हैं।’’ वहीं, एक अन्य यूजर का कहना है कि गंभीर महामारी के दौरान कमेंट्री से कमा रहे हैं। इसके बाद हालात ज्यादा खराब होने पर केजरीवाल को कोसेंगे और अंत में हालात ठीक होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करेंगे। एक यूजर ने गंभीर को टैग करते हुए उनसे पूछा, ‘‘आईपीएल महत्वपूर्ण है या उनका जीवन जिन्होंने आपको पूर्वी दिल्ली से सांसद के रूप में चुना है।’’

गंभीर आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) और कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेल चुके हैं। उन्होंने दोनों टीमों की कप्तानी भी की है। गंभीर के नेतृत्व में कोलकाता की टीम दो बार चैंपियन बनी थी। वे दिल्ली को एक खिताब नहीं दिला सके। गंभीर 2008 से 2010 तक दिल्ली के लिए खेले थे। इसके बाद वे कोलकाता की टीम से जुड़ गए थे। उनकी कप्तानी में केकेआर की टीम 2012 और 2014 में चैंपियन बनी थी। 2018 में वे फिर दिल्ली की टीम से जुड़े, लेकिन खराब फॉर्म और हार के कारण कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था।