कोरोनावायरस के कहर से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सौरव गांगुली का घर भी नहीं बच पाया। गांगुली के बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली का कोविड-19 टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव आया है। स्नेहाशीष क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (सीएबी) के सचिव भी हैं। उन्होंने कोलकाता के एक प्राइवेट लैब में टेस्ट करवाया था। इसके बाद वे पॉजिटिव पाए गए हैं। लैब ने इसके बाद दोबारा भी जांच की थी। फिलहाल भाई के पॉजिटिव आने के बाद सौरव गांगुली ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है।

स्नेहाशीष को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वे और गांगुली एक ही घर में अलग-अलग फ्लोर पर रहते हैं। ऐसे में नियमों के तहत गांगुली के साथ-साथ पूरे परिवार को सेल्फ आइसोलेशन या डॉक्टरों की निगरानी में रखा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि गांगुली ने 8 जुलाई को पूरे परिवार के साथ अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया था। नए नियमों के तहत उनको 10 दिन के लिए आइसोलेट किया जाएगा। इसी बीच 17 जुलाई यानी शुक्रवार को बीसीसीआई की एपेक्स काउंसिल की बैठक है।

कहा जा रहा है कि स्नेहाशीष को बुखार था। उन्हें सिटी हॉस्पिटल में रखा गया है। इससे पहले पिछले महीने भी उनके कोविड-19 पॉजिटिव होने की खबरें आई थीं। तब उन्होंने खुद ही इन खबरों को झूठा बताया था और अपने स्वस्थ होने की जानकारी दी थी। स्नेहाशीष गांगुली ने 59 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 39.59 की औसत से 2534 रन बनाए हैं। उन्हें खराब फॉर्म के कारण बंगाल रणजी टीम से बाहर किया था। संयोग की बात है कि उनकी जगह सौरव गांगुली को मौका दिया गया था।

इससे पहले 20 जून को सीएबी द्वारा जारी किए गए बयान में स्नेहाशीष ने कहा था, ‘‘मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं और हर दिन ऑफिस जा रहा हूं। मेरी बीमारी के बारे में फैलने वाली खबर बेबुनियाद है।’’ कोरोनावायरस से देश में अब तक 9 लाख 70 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। 24 हजार से ज्यादा लोगों की जान भी गई है। अगर पश्चिम बंगाल की बात करें तो वहां 34 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। लगभग 1000 लोगों की जान गई है।