भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह साल 2024 तक एशियाई क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के अध्यक्ष बने रहेंगे। शनिवार यानी 19 मार्च 2022 को एक साल (2024 तक) के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया। यह फैसला कोलंबो में हुई एसीसी की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में सर्वसम्मति से लिया गया। एसीसी ने एजीएम के बाद घोषणा की कि श्रीलंका 27 अगस्त से 11 सितंबर तक एशिया कप टी20 टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा।
एशिया कप में महाद्वीप की सभी पांच टेस्ट टीमें भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका हिस्सा लेंगी। इसमें एक और एशियाई टीम होगी, जिसका फैसला 20 अगस्त से होने वाले वाले क्वालिफायर टूर्नामेंट के बाद होगा। एसीसी ने अपनी एजीएम के बाद ट्वीट किया, ‘एशिया कप 2022 (टी20 फॉर्मेट) का आयोजन इस साल श्रीलंका में 27 अगस्त से 11 सितंबर तक किया जाएगा। इसके लिए क्वालिफायर 20 अगस्त 2022 से खेले जाएंगे।’
क्वालिफायर में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), कुवैत, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग की टीमें हिस्सा लेंगी। टूर्नामेंट का पिछला चरण 2018 में खेला गया था। उसमें भारत चैंपियन रहा था। कोविड-19 महामारी के कारण 2020 चरण को स्थगित करना पड़ा था। श्रीलंका को 2020 चरण की मेजबानी करनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण पहले इसे 2021 तक स्थगित किया गया। इसके बाद इसे 2022 में कराने का फैसला किया गया। पाकिस्तान को पहले 2022 एशिया कप की मेजबानी करनी थी, अब वह 2023 चरण की मेजबानी करेगा।
एजीएम को संबोधित करते हुए जय शाह ने कहा कि एसीसी का मुख्य ध्यान इस क्षेत्र में खेल के विकास को आगे बढ़ाने पर होगा। जय शाह ने कहा, ‘हम इस क्षेत्र में क्रिकेट के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, विशेष रूप से महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाने के साथ हमारा ध्यान एसीसी द्वारा इस क्षेत्र में साल भर आयोजित होने वाले कई जमीनी स्तर के टूर्नामेंटों पर होगा।’
उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि हमने महामारी को पीछे छोड़ दिया है और मैं इस बात को लेकर उत्सुक हूं कि हम एसीसी को यहां से मजबूती से आगे बढ़ने में मदद करेंगे।’ शाह के कार्यकाल विस्तार का प्रस्ताव श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के अध्यक्ष शम्मी सिल्वा ने किया था। एसीसी के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से उनके नामांकन का समर्थन किया।
अमित शाह के बेटे जय शाह ने जनवरी 2021 में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) के अध्यक्ष नजमुल हसन से एसीसी की बागडोर संभाली थी। वह एसीसी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने वाले सबसे कम उम्र के प्रशासक बने थे।