नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के काम करने के तरीके की पूर्व आलराउंडर अजय जडेजा ने फिर आलोचना की है। उन्होंने बिना किसी लागलपेट के शनिवार को ‘आज तक सलाम क्रिकेट’ समारोह में भारतीय टीम के कप्तान की पसंद और नापसंद पर सवाल उठाया। समारोह में ‘विश्व कप में भारतीय टीम की संभावना’ विषय पर हो रही बातचीत में अजय जाडेजा लगभग अंत में आए। इसके बावजूद ‘मैन आफ द मैच’ वे ही रहे। उन्होंने मास्टर स्ट्रोक लगाया और भारतीय टीम प्रबंधन पर कई गंभीर सवाल उठाए। इस बातचीत में पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली, पाकिस्तान के पूव ओपनर आमिर सोहैल और भारतीय गेंदबाज मदन लाल भी हिस्सा ले रहे थे। अजय जडेजा के आने से पहले इन तीन मेहमानों का मानना था कि इस भारतीय टीम में विश्व कप जीतने का माद्दा है। टीम में कई बेहतरीन खिलाड़ी हैं जो कभी भी टीम का रुख पलट सकते हैं। लेकिन कार्यक्रम में देर से पहुंचे जाडेजा के रुख ने सौरभ और मदनलाल को तो परेशान किया ही, आमिर सोहैल भी अचंभित रह गए।
जडेजा से पूछा गया था कि क्या वर्तमान भारतीय टीम विश्व कप जीत सकती है तो उन्होंने जवाब दिया, नहीं इस टीम में विश्व कप जीतने की क्षमता नहीं है क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी ही इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम में होंगे, बाकी कौन टीम में होगा पता नहीं। क्षमतावान और प्रतिभावान खिलाड़ियों का चयन तो कर लिया जाता है लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया जाता। धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स के सब कुछ हैं तो वे वहां अपने तरीके से फैसले लेते हैं लेकिन भारतीय टीम में एक समय में पांच लीडर है जो परेशान करने वाली बात है। उन्होंने कहा कि टीम में कोई मैच विनर नहीं दिखाई देता है। पहले हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह जैसे खिलाड़ी थे जो कभी भी मैच का नक्शा बदल सकते थे। लेकिन अब ऐसी बात नहीं है। हैरत की बात तो यह है कि जो खिलाड़ी आइपीएल में गेंदबाजी नहीं करता था वह भारतीय टीम में गेंदबाजी कर रहा है। इससे टीम की लय बिगड़ रही है।
यह पूछने पर कि आपके हिसाब से इस टीम में कौन होना चाहिए और कौन नहीं तो जाडेजा ने कहा कि यहां मेरी पसंद और नापसंद का सवाल नहीं है। मेरा कहना है कि टीम का एक ही लीडर होना चाहिए। यहां कई-कई लीडर हैं। महेंद्र सिंह धोनी एक लीडर हैं तो अब रवि शास्त्री लीडर हो गए हैं फिर डंकन फ्लेचर हैं और इन सबसे ऊपर चयनकर्ता हैं। इससे टीम बेहतर नहीं बन सकती। सबसे बड़ी दिक्कत तो यह है कि धोनी अलग चल रहे हैं और चयनकर्ता अलग चल रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। पूर्व भारतीय स्पिनर मुरली कार्तिक ने भी वर्तमान भारतीय टीम को लेकर बहुत उम्मीद नहीं जताई उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यह टीम विश्व कप जीतने में सक्षम होगी।