उत्तर प्रदेश के आगरा की बैडमिंटन चैंपियन राधा ठाकुर इन दिनों मुश्किलों का सामना कर रही हैं। आगरा जिले की सात बार की चैंपियन इस शटलर के पिता और भाई की नौकरी लॉकडाउन में चली गई। घर चलाने में मदद करने के लिए राधा ने रैकेट तक बेच दिए हैं। अब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की उम्मीद है। राधा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री हमेशा बेटियों को आगे बढ़ाने की बात करते हैं। मैं उनसे मदद मांग रही हूं। मुझे उनपर पूरा भरोसा है।’’

राधा सात बार आगरा जिले में चैंपियन बनी हैं। उनके पिता राजेंद्र और भाई संजू सिंह की नौकरी पिछले दिनों ही गई है। राधा को टूर्नामेंट जीतने के बाद जो पैसा मिलता था अब वो भी नहीं मिल पा रहा है। लॉकडाउन के कारण कोई टूर्नामेंट भी नहीं हो रहा है। ऐसे में घर में खाने-पीने की समस्या हो गई है। राधा ने इस समस्या को देखते हुए अपना रैकेट बेच दिया ताकि कुछ दिनों तक ही सही, कम से कम घर में राशन का इंतजाम तो हो जाएगा।

राधा ठाकुर का घर।

राधा का घर आगरा में नंद टॉकीज के पास है। वे अपने माता-पिता और भाई के साथ रहती हैं। उनके भाई संजू की नौकरी इसी साल मुंबई में एक प्राइवेट कंपनी में लगी थी। लॉकडाउन होने के बाद कंपनी वालों ने उसे नौकरी से निकाल दिया। राधा के पिता आगरा में ही एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। उनकी भी नौकरी चली गई। आमदनी नहीं होने से घर में खाने के लाले पड़ने लगे। बची-खुची जमापूंजी भी समाप्त हो गई है। इसलिए राधा ने पीएम और सीएम से मदद की गुहार लगाई है।

राधा सात बार जिले में चैंपियन बनने के अलावा फर्स्ट सीनियर मेजर बैडमिंटन चैंपियनशिप-2019 की रनर अप (डबल्स) भी रही थीं। इस साल यूपी स्टेट सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में भी राधा डबल्स स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रही थीं। सिंगल्स की बात करें तो दो साल पहले यूपी स्टेट फर्स्ट सीनियर मेजर बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थी। वहीं पिछले साल इसी टूर्नामेंट में डबल्स स्पर्धा के सेमीफाइनल में अपना स्थान बनाया था।