कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सूरत के सेशन कोर्ट में अपनी सजा को चुनौती देते हुए याचिका दायर की है। कुछ दिन पहले ही आपराधिक अवमानना से जुड़े मामले में सूरत की मजिस्ट्रेट कोर्ट ने राहुल गांधी को दोषी ठहराते हुए 2 साल की सजा सुनाई थी। राहुल गांधी को यह सजा ‘मोदी सरनेम’ से जुड़ी टिप्पणी के मामले में हुई थी।
बाप-बेटी की जोड़ी लड़ रही राहुल गांधी का मुकदमा
सूरत के सेशन कोर्ट में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तरफ से जो वकील मुकदमा लड़ रहे हैं, उनमें सीनियर एडवोकेट आरएस चीमा (RS Cheema), एडवोकेट तरन्नुम चीमा और किरीट पनवल शामिल हैं। ‘बार एंड बेंच’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिग्गज एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी टीम इस टीम की स्ट्रैटेजिक एडवाइजर के तौर पर मदद कर रहे हैं।
जज का ऑफर ठुकरा चुके हैं आरएस चीमा
राहुल गांधी की तरफ से पेश वकीलों की अगुवाई कर रहे आरएस चीमा की गिनती देश के टॉप क्रिमिनल लॉयर्स में होती है। पंजाब और दिल्ली में प्रैक्टिस करने वाले चीमा साल 1977 से वकालत कर रहे हैं और कोलगेट स्कैम से लेकर सिख दंगों से जुड़ा केस लड़ चुके हैं। चीमा, सीबीआई के लिए भी तमाम हाई-प्रोफाइल मुकदमे लड़ चुके हैं।
आरएस चीमा (RS Cheema) दिल्ली हाई कोर्ट में सीबीआई की तरफ से बतौर स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर (SPP) पेश हुए थे और सज्जन कुमार को बरी करने के फैसले को पलटवा दिया था। उन्होंने और चर्चित कोलगेट स्कैम में भी कई आरोपियों को सजा दिलवाई थी।
सीनियर एडवोकेट आरएस चीमा (RS Cheema) इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर रह चुके हैं। इसके अलावा पंजाब सरकार के एडवोकेट जनरल (AG) भी रहे हैं। वह इस पद पर 2 साल तक रहे। चीमा को जज बनने का ऑफर भी मिला था, लेकिन उन्होंने ऑफर ठुकरा दिया था।
पहले भी लड़ चुके हैं राहुल का मुकदमा
यह पहली बार नहीं है जब आरएस चीमा (RS Cheema) राहुल गांधी के लिए मुकदमा लड़ेंगे। इससे पहले वह नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिए मुकदमा लड़ चुके हैं और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी को क्रॉस एग्जामिन किया था। स्वामी ही इस मामले के शिकायतकर्ता हैं।
कौन हैं तरन्नुम चीमा?
राहुल गांधी की दूसरी वकील तरन्नुम चीमा हैं, जो आरएस चीमा की बेटी हैं। बाप-बेटी की जोड़ी क्रिमिनल केसेज के लिए खासी मशहूर है तरन्नुम, एक दशक से ज्यादा वक्त से वकालत कर रही हैं। आरएस चीमा और तरन्नुम चीमा की बाप-बेटी की जोड़ी 2G ट्रायल में डिफेंस टीम का हिस्सा थी। तरन्नुम चीमा ने 1984 के सिख दंगे और कोलगेट मामले में अपने पिता की मदद की थी। तरन्नुम चीमा, तमाम नेताओं का PMLA से जुड़ा मुकदमा भी लड़ चुकी हैं।
1600 मुकदमें लड़ चुके हैं किरीट पनवल
राहुल गांधी के तीसरे वकील एडवोकेट किरीट पनवल (Kirit Panwal) हैं। पनवल, चार दशक से ज्यादा वक्त से वकालत कर रहे हैं और उनकी गिनती सूरत के मशहूर क्रिमिनल लॉयर्स में होती है। किरीट पनवल अब तक मर्डर से जुड़े 1600 मुकदमें लड़ चुके हैं। वह आसाराम बापू के बेटे नारायण साईं से जुड़े एक रेप केस में भी अपीयर हो चुके हैं।
गुजराती फिल्म ‘नर्मदा तारा वही जाता पानी’ (Narmada Tara Wahi Jata Pani) के प्रोड्यूसर पनवल, नवयुग लॉ कॉलेज और वीटी चोकसी लॉ कॉलेज (VT Choksi Law College) में लेक्चरर भी रहे हैं और उन्होंने ‘सत्या माहिती’ (Satya Mahithi) नाम से किताब भी लिखी है, जो उनके अनुभवों पर आधारित है।