पाकिस्तान की मीडिया संस्था ने पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान के भाषणों के लाइव स्ट्रीम पर प्रतिबंध लगा दिया है। इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने इस्लामाबाद में एक जनसभा के दौरान एक पुलिसकर्मी और एक महिला मजिस्ट्रेट को धमकाया था। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने कहा है कि इमरान खान के भाषणों को तभी ऑन एयर किया जाएगा, जब उस पर एडिटोरियल कंट्रोल होगा और उसकी अच्छे से जांच होगी।

पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने अपनी अधिसूचना में कहा, “पीईएमआरए (संशोधन) अधिनियम 2007 द्वारा संशोधित पीईएमआरए अध्यादेश 2002 की धारा 27 (ए) में निहित प्राधिकरण की प्रत्यायोजित शक्तियों के प्रयोग करते हुए और कारणों को देखते हुए सभी सैटेलाइट टीवी चैनलों पर इमरान खान के भाषण को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया जाता है।”

इस्लामाबाद के एफ-9 पार्क में जनसभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि इस्लामाबाद के महानिरीक्षक, उप महानिरीक्षक और महिला मजिस्ट्रेट के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे और वह आईजी और डीआईजी को भी नहीं बख्शेंगे। इमरान खान का आरोप है कि राजनेता शाहबाज गिल पर अत्याचार किया गया है।

बता दें कि शाहबाज गिल को इस्लामाबाद पुलिस ने 9 अगस्त को टीवी पर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद गिरफ्तार किया था। उनकी टिप्पणी को पाकिस्तानी मीडिया मीडिया प्राधिकरण द्वारा “अत्यधिक घृणित और देशद्रोही” माना गया था। शाहबाज गिल पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के काफी करीबी सहयोगी माने जाते हैं। उन्हें एक निजी टीवी न्यूज चैनल के साथ राज्य विरोधी दुष्प्रचार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही इमरान खान ने भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की सराहना की थी। इमरान खान ने भारत द्वारा रूसी तेल खरीदने के लिए भारत की तारीफ की थी और पश्चिमी देशों की आलोचना भी की थी। लाहौर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए इमरान खान ने एक बड़े स्क्रीन पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का एक क्लिप चलवाया था और उसके बाद उन्होंने कहा कि यह होती है विदेश नीति और यह होता है आजाद मुल्क।