भारत ने ऐतिहासिक गुरुद्वारा करतारपुर साहिब को अपवित्र किए जाने की कोशिश पर कड़ा रुख अपनाया है। इस मामले में मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया और करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब में पाकिस्तानी मॉडल के फोटोशूट को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की गई। भारत ने इस घटना को पवित्र धार्मिक स्थल की बेअदबी करार दिया। भारत ने इसे निंदनीय घटना करार देते हुए कहा कि वह उम्मीद करता है कि पाकिस्तानी अधिकारी मामले की ”गंभीरता से जांच” करेंगे और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब में पाकिस्तानी मॉडल सौलेहा द्वारा परिधान के एक ब्रांड के लिए बिना सिर ढके फोटोशूट कराये जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद सोमवार को इसकी कड़ी आलोचना की गई थी और सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा था। हालांकि, बाद में मॉडल ने इंस्टाग्राम से फोटो हटाने के साथ ही माफी मांगी थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस मामले से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारी को तलब कर गुरुद्वारा दरबार साहिब में हुई घटना को लेकर भारत ने अपनी गहरी चिंता से उन्हें अवगत कराया। प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी राजनयिक को बताया गया कि इस घटना से भारत और पूरे विश्व के सिख समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।

नवंबर 2019 में भारत और पाकिस्तान ने लोगों की ऐतिहासिक पहल पर गुरदासपुर में डेरा बाबा साहिब को करतारपुर के गुरुद्वारे से जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर को खोल दिया था।

कुछ समय पहले गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन और रखरखाव के हस्तांतरण पर पाकिस्तान के राजनयिक के लिए विदेश मंत्रालय (MEA) ने समन जारी किया था। गुरुद्वारे के रख रखाव का काम पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति से छीनकर नए संस्थान को सौंपा गया था। खास बात है कि गुरुद्वारे के रख रखाव के लिए बनाए गए नए संस्थान में एक भी सिख सदस्य नहीं है। अब करतारपुर गुरुद्वारे की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट को सौंपी गई है। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन और रखरखाव के हस्तांतरण पर विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा सम्मन किए जाने के बाद पाकिस्तान के राजनयिक शाम करीब शाम 5:50 बजे दिल्ली के साउथ ब्लॉक पहुंचे।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा था कि, ‘हमने पाकिस्तान के गुरुद्वारा करतारपुर साहिब के प्रबंधन एवं रखरखाव के काम को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति से लेकर एक अन्य ट्रस्ट ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ को देने की खबरें देखी हैं, जो कि सिख निकाय नहीं है।’