मोटापा आज के समय में अधिकतर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। एक बार वजन बढ़ने पर इसे कम करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसी कड़ी में बढ़ते वजन से छुटकारा पाने के लिए जहां कुछ लोग घंटों जिम में पसीना बहाने लगते हैं, तो कई स्ट्रिक्ट डाइटिंग का सहारा लेते हैं। हालांकि, बावजूद इसके कई बार उन्हें मनचाहे नतीजे नहीं मिल पाते हैं। वहीं, अगर आपका वजन बिना एक्सराइज और डाइट के खुदबखुद कम होने लगा है, तो खुशी मनाने से पहले एक बार अपनी सेहत की जांच जरूर करा लें।
बता दें कि बिना एक्सरसाइज और डाइट में कुछ बदलाव किए भी वजन का अचानक कम होने लगना अच्छा संकेत नहीं है। उल्टा ये कई गंभीर बीमारियों की ओर इशारा हो सकता है। खासकर अगर आपका वजन पिछले 6 महीने में अचानक कम होने लगा है, तो ये सेहत से जुड़े गंभीर खतरे का संकेत हो सकता है। आइए हेल्थ एक्सपर्ट से जानते हैं कि किस तरह अचानक होता वेट लॉस हानिकारक हो सकता है और इस स्थिति में क्या करना चाहिए?
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली के वरिष्ठ सलाहकार, आंतरिक चिकित्सा, डॉ सुरनजीत चटर्जी ने इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान बताया, ‘वजन का संतुलित होना सेहत के लिए बेहद जरूरी है लेकिन बिना कुछ किए ही अगर वजन कम होने लगे तो समझ जाएं कि शरीर किसी बीमारी की ओर इशारा कर रहा है। अगर आपने पिछले एक साल या 6 महीने में वेट लॉस के लिए कुछ खास मेहनत नहीं की है और बावजूद इसके आपका वजन पहले के मुकाबले करीब 5 प्रतिशत तक कम हो गया है, तो तुरंत अपने कुछ जरूरी टेस्ट कराएं। कई हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि 65 या इससे अधिक उम्र के लोगों में अक्सर इस तरह के संकेत सबसे आम हैं।’
किन बीमारियों की ओर हो सकता है इशारा?
हाइपरथायरायडिज्म
डॉ सुरनजीत चटर्जी के मुताबिक, बिना वजह वजन का कम होना हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) के चलते हो सकता है। इस विकार में, थायरॉयड ग्रंथि ओवरएक्टिव हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है और वजन घटने लगता है। वहीं, अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए, तो ये सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
डायबिटीज
मधुमेह यानी डायबिटीज की चपेट में आने पर शुरुआत में वजन का कम होना सबसे आम लक्षण है। खासतौर पर टाइप 2 डायबिटीज जो कि खानपान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्टाइल की वजह से होती है, में वजन तेजी से कम होता है।
बता दें कि डायबिटीज एक गंभीर विकार है, जिसकी चपेट में आने पर पीड़ित की आंखों, किडनी, पैरों समेत कई अंगों पर बेहद खराब असर पड़ सकता है। ऐसे में अगर आपका वजन अचानक कम होने लगा है, तो बिना अधिक देरी किए एक बार डायबिटीज का टेस्ट जरूर करा लें, ताकि समय रहते सही इलाज के साथ स्थिति पर काबू पाया जा सके।
एचआईवी/एड्स
डॉ सुरनजीत चटर्जी बताते हैं कि एचआईवी/एड्स पॉजिटिव होने की स्थिति में या टीबी (Tuberculosis) होने पर भी भी मरीज का वजन एकाएक बड़ी तेजी से गिरता है, साथ ही मरीज को बेहद ज्यादा कमजोरी और बुखार की शिकायत रहती है। अगर आपको इस तरह की शिकायते हैं, तो अधिक देरी किए HIV/AIDS और टीबी का टेस्ट कराएं।
पाचन संबंधी बीमारियां
सीलिएक डिजीज या क्रोहन डिजीज जैसी पाचन संबंधी बीमारियां पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकती हैं, जिसके परिणामस्वरूप अप्रत्याशित वजन कम हो सकता है। पोषक तत्वों के अवशोषण में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, इस प्रक्रिया में असामान्यताओं के कारण शरीर के वजन में कमी हो सकती है।
कैंसर
इन सब के अलावा डॉ सुरनजीत के मुताबिक, ट्यूमर या कैंसर जैसी घातक स्थिति के कारण भी वजन घट सकता है। ट्यूमर की मौजूदगी शरीर की मेटाबॉलिक संबंधी मांगों को बढ़ा सकती है, जिसके परिणामस्वरूप वजन कम हो सकता है, फिर भले ही व्यक्ति सक्रिय रूप से वजन कम करने का प्रयास नहीं कर रहा हो। इस स्थिति में भी टेस्ट कराना जरूरी हो जाता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।
