हमारे आसपास कई प्रकार के पेड़ पौधे होते हैं जो सिर्फ ऑक्सीजन देने का काम नहीं करते, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। जिनकी पहचान हर किसी को नहीं होती। इन्हीं में एक सनाय का पौधा भी है, जिसे सेना के नाम से भी जाना जाता है। सनाया के पौधे में लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं, जो कब्ज की परेशानियों को दूर करने और इसकी चाय पीने से पेट की सारी चर्बी पिघल जाती है। इसकी 50 से अधिक प्रजातियां है और इस पौधे के कई हिस्सों का इस्तेमाल दवा के रूप में किया जा सकता है।

सनाय के पौधों में एंथ्राक्विनोन्स जिसमें एलो-एमोडिन शामिल है और सेनोसाइड्स नाम के प्लांट रसायन यानी फाइटोकेमिकल्स होते हैं। कब्ज जैसी बीमारियों के इलाज के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है। चलिए आपको बताते हैं सनाय की पत्तियों के फायदे…

सनाय की पत्तियों के फायदे

  • वायरल इंफेक्शन
  • लिवर के अच्छी
  • वजन कम करने के लिए असरदार
  • कब्ज के लिए लाभदायक

कब्ज की समस्या होगी दूर

सनाय के पौधे में लैक्सेटिव गुण पाए जाते हैं, जो कब्ज की परेशानियों को दूर करने में असरदार होते हैं। इसकी पत्तियों का सेवन चाय के रूप में किया जा सकता है। यह आंतों की सफाई और गतिविधियों को बढ़ावा देती है। यह पेट की सफाई के लिए एक तरह से दवा का काम करती है।

वायरल इंफेक्शन

वायरल इंफेक्शन से बचने के लिए सनाय के पौधे और पत्तियां दोनों बहुत फायदेमंद होती हैं। सनाय की पत्तियों को सुखाकर इसका चूर्ण बनाया जा सकता है। वायरल इंफेक्शन की समस्याओं को दूर करने के लिए 1 से 2 ग्राम सनाय का चूर्ण लें।

वजन कम

सनाय के फूलों और पत्तियों के सेवन से आप अपने वजन को भी कम कर सकते हैं। इसे हर्बल चाय बनाकर पिया जा सकता है। हर्बल टी के नियमित सेवन से आप अपने वजन को कंट्रोल कर सकते हैं। हालांकि, इस चाय का अधिक सेवन करना हानिकारक हो सकता है। ऐसे में ध्यान रहे कि इस चाय का लगातार 1 से 2 हफ्ते से अधिक सेवन न करें। चाय के साथ-साथ अपने खानपान को भी सही रखें।

  • कैसे करें सनाय का सेवन
  • सनाय के फूलों और पत्तियों को सुखाकर इसका चूर्ण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • सनाय के पत्तों का साग के रूप में भी सेवन किया जा सकता है।
  • सनाय के पत्तों और फूलों से तैयार काढ़े का सेवन किया जा सकता है।
  • मार्केट में सनाय की हर्बल टी भी मौजूद है।

इसके अलावा कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए शलजम का सेवन किया जा सकता है। शलजम में पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं और हृदय को स्वस्थ रखते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित करता है।