पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल सितंबर का महीना विश्व पीसीओएस दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। द नेशनल पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम एसोसिएशन द्वारा आयोजित ये एक कार्यक्रम है। पीसीओएस एक हार्मोनल डिसऑर्डर है जो महिलाओं में इंफर्टिलिटी का कारण बनता है। इस सिंड्रोम के बारे में जागरूकता फैलाना जरूरी है, क्योंकि यह दुनिया भर की महिलाओं में बांझपन का प्रमुख कारण है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, PCOS की बीमारी 8 से 13% महिलाओं की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है। दुनिया भर में 70% प्रभावित महिलाओं का निदान नहीं हो पाता है। PCOS एक ऐसी परेशानी है जिसमें अंडाशय में मेल हार्मोन और सिस्ट का अत्यधिक उत्पादन होता है। ऐसे कई शुरुआती संकेत हैं जो हमें PCOS के बारे में संकेत दे सकते हैं।
पीसीओएस होने पर अंडाशय में कई सिस्ट बनने लगती हैं। ये गांठे छोटी छोटी थैली के आकार की होती हैं और इनमें तरल पदार्थ भरा होता है। धीरे धीरे ये गांठे बड़ी होने लगती हैं और फिर ये ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में रुकावट डालती हैं।
हाल ही में फंक्शनल हार्मोनल हेल्थ न्यूट्रिशनिस्ट शिखा गुप्ता ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करके कुछ सामान्य लक्षण बताएं हैं जो इस बीमारी की पहचान करने में मदद करते हैं। अगर आप इस बीमारी के शुरूआती लक्षणों को जल्दी समझ जाएंगी तो आपको उपचार करना आसान होगा। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि PCOS के शुरूआती लक्षण कौन-कौन से हैं और उनका उपचार कैसे करें।
विशेषज्ञ के अनुसार,PCOS के शुरुआती लक्षण कैसे पहचानें
- हैवी ब्लीडिंग होना
- अनियामित पीरियड
- पीरियड का कभी कम और कभी ज्यादा होना
- स्पॉटिंग
- गर्दन के आसपास या स्किन पर काले धब्बे होना
- अचानक स्किन का ऑयली हो जाना और स्किन पर मुहांसे दिखना
- चेहरे पर अनचाहे बाल या शरीर पर अत्यधिक बाल आना
- बांझपन
- सिर के बालों का झड़ना
- इंसुलिन का स्तर हाई होना
- मूड में बहुत ज्यादा बदलाव होना
- वजन कम करने में परेशानी होना
- पीरियड्स से पहले बॉडी में वॉटर रिटेंशन
- पीरियड्स से पहले या पीरियड्स के दौरान मीठा खाने की इच्छा होना
डॉ.एलएच हीरानंदानी अस्पताल, पवई, मुंबई में सलाहकार प्रसूति, स्त्री रोग विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. चितवन दुबे ने सुझाव दिया अगर आप भी अपनी बॉडी में इस तरह के लक्षण महसूस करते हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। आपका डॉक्टर शारीरिक परीक्षण, हार्मोनल जांच के लिए ब्लड टेस्ट या अंडाशय में एकाधिक सिस्ट की जांच के लिए अल्ट्रासाउंड जैसे कुछ टेस्ट करेगा। PCOS की परेशानी से बचने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें, हेल्दी डाइट लें,दवाओं का सेवन करें और हॉर्मोनल उपचार के लिए दवाईयों का सेवन करें।