National Chickpea Day 2024: भारतीय रसोई में काबुली चने यानी सफेद छोलों का इस्तेमाल कई तरह के पकवान बनाने के लिए किया जाता है। हालांकि, बेहद कम लोग जानते हैं कि स्वाद में लाजवाब काबुली चने हमारी सेहत को भी एक साथ कई कमाल के फायदे पहुंचा सकते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में बता रहे हैं, साथ ही जानेंगे किस तरह इनका सेवन सेहत के लिए अच्छा हो सकता है।
क्यों बनाएं डाइट का हिस्सा?
डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद
काबुली चने या सफेद छोलों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद कम होता है। ऐसे में इन्हें खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ता नहीं है, जो मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा सफेद छोलों में पाया जाने वाला स्टार्च भी शुगर लेवल को एक सीमा से ज्यादा बढ़ने नहीं देता है, इससे उसे पचाने में आसानी हो जाती है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
आंखों के लिए फायदेमंद
काबुली चने में विटामिन ए की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा कुछ हेल्थ रिपोर्ट्स बताती हैं कि काबुली चना खाने से रेटिना में होने वाली समस्या से भी बचाव होता है। ऐसे में आंखों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी आप नाश्ते में या दिन के किसी भी समय उबले हुए काबुली चनों का सेवन कर सकते हैं।
वेट लॉस में फायदेमंद
अगर आप वेट लॉस डाइट पर हैं, तो ऐसे में भी काबुली चने का सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। काबुली चनों में फाइबर और प्रोटीन उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। वहीं, यह दोनों ही पोषक तत्व वेट लॉस में अहम भूमिका निभाते हैं। फाइबर जहां लंबे समय तक पेट भरा होने का एहसास दिलाता है और इसके सेवन से आप जल्दी-जल्दी खाना नहीं खाते हैं, तो प्रोटीन खाने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और फूड क्रेविंग्स भी कम होती हैं। इस तरह ये दोनों ही वजन कम करने में मददगार साबित होते हैं। ऐसे में आप सुबह नाश्ते में मुट्ठीभर काबुली चनों को उबालकर या अंकुरित करके खा सकते हैं।
पाचन को रखता है दुरुस्त
काबुली चनों का नियमित सेवन पाचन को दुरुस्त कर कब्ज, एसिडिटी, पेट में गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। इसके लिए मुट्ठीभर काबुली चनों को रातभर के लिए पानी में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट इनका सेवन करें। पानी में भिगोकर रखने से चनों में फाइबर की मात्रा अधिक बढ़ जाती है। वहीं, फाइबर पाचन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाता है। फाइबर रिच फूड मल में मात्रा को जोड़ते हैं, जिससे इसे त्यागना आसान हो जाता है और व्यक्ति को कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
इम्यूनिटी होती है मजबूत
इन सब से अलग काबुली चनों का नियमित सेवन इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी असर दिखा सकता है। इन चनों में विटामिन सी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर को एलर्जी और वायकल इंफेक्शन से लड़ने की ताकत देता है। इसके लिए भी आप चनों को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खा सकते हैं। या स्नैक के तौर पर उबले हुए काबुली चनों में टमाटर, प्याज, हरा धनिया, नींबू और थोड़ी मात्रा में नमक मिलाकर इन्हें खा सकते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।