बारिश का मौसम जहां एक ओर गर्मी से सुकून लेकर आता है, वहीं दूसरी तरफ कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा भी बढ़ा देता है। बारिश के मौसम में वातावरण में नमी का लेवल बढ़ जाता है, जिसके चलते दीवारों, पर्दों और फर्नीचर पर फफूंदी यानी मोल्ड और फंगस जमने लगते हैं। इस दौरान घरों में सीलन और बदबू की समस्या आम हो जाती है। यह न केवल घर की खूबसूरती खराब करती है, बल्कि सेहत पर भी बुरा असर डाल सकती है। फफूंद से आंखों में एलर्जी, गले में खराश और त्वचा संबंधी दिक्कतें अधिक होने का खतरा रहता है।
यूपी के कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. युगल राजपूत के मुताबिक, बारिश के मौसम में जब हवा में नमी बढ़ जाती है और वेंटिलेशन सही नहीं रहता, तब ये तेजी से फैलते हैं। बरसात के मौसम में स्किन रैशेज, एक्जिमा, फंगल इंफेक्शन और अन्य समस्याएं तेजी से बढ़ने लगती हैं। ऐसे सेहत के साथ-साथ त्वचा का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है।
फफूंद से सेहत पर क्या पड़ता है असर
बारिश के मौसम में लगातार नमी, उमस और गंदगी की वजह से स्किन का नैचुरल बैलेंस बिगड़ जाता है, जिससे चर्म रोग यानी स्किन डिजीज का खतरा तेजी से बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में स्किन को हेल्दी और सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियां और हाइजीन टिप्स का पालन करना बेहद जरूरी है।
आंखों पर असर
नमी और फफूंद आंखों में फंगल संक्रमण, आंखों में खुजली और जलन पैदा कर सकती है। ये धुंधली दृष्टि का कारण बन सकती है। इसके अलावा आंखों से पानी आने की समस्या भी पैदा हो सकती है।
सांस लेने में दिक्कत
बारिश के मौसम में वातावरण में नमी अधिक होती है। ऐसे में फफूंद के स्पोर्स सांस के जरिए शरीर में चले जाते हैं, जिससे खांसी, गले में खराश और अस्थमा जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
स्किन एलर्जी
बरसात में बैक्टीरिया और कीटाणु हवा में सक्रिय हो जाते हैं, ये स्किन पर एलर्जिक रिएक्शन एक्टिव कर सकते हैं। लंबे समय तक सीलन और बदबू वाले वातावरण में रहने से एलर्जी, खुजली और फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
फंगल इंफेक्शन
बारिश के मौसम में कपड़े, जूते या शरीर का कोई हिस्सा गीला रह जाए तो वहां फंगस तेजी से पनपने लगता है। अक्सर जांघों, बगल, गर्दन और पैरों में फंगल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इससे तेज खुजली, लालपन और बदबू आदि का लक्षण होता है।
फफूंद से कैसे करें बचाव
बारिश के मौसम में हेल्दी और फिट रहने के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में वेंटिलेशन का ध्यान रखें, घर की खिड़कियां और दरवाजे समय-समय पर खोलें ताकि हवा का आदान-प्रदान होता रहे। कपड़ों और बिस्तर को सूखा रखें। गीले कपड़े घर में न छोड़ें, इन्हें धूप या हवा में सुखाएं। फफूंद दिखते ही साफ करें।
आंखों-गले और त्वचा का कैसे रखें ध्यान
बारिश के मौसम में आंखों की हेल्थ के लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए। धूल और फफूंद से बचने के लिए घर की सफाई करते समय आंखों को ढकें और जरूरत पड़ने पर आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही गले की हेल्थ के लिए गुनगुना पानी पिएं, अदरक-शहद या हल्दी वाला दूध गले की खराश से राहत देता है। साफ-सफाई के साथ-साथ नाखूनों, पैरों और अंडरआर्म्स को सूखा रखना बेहद जरूरी है।
वहीं, NCBI में प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, लिवर को हेल्दी रखने के लिए विटामिन ए और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा शरीर में जरूर होनी चाहिए।