आजकल का बदलता लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान का असर शरीर पर कई तरह से पड़ रहा है। आजकल के समय में कम उम्र में ही थकान, सांस फूलना या फिर शरीर में ताकत कम होने की समस्या अधिक देखने को मिल रही है, जबकि पहले उम्र बढ़ने के साथ-साथ इस तरह की समस्याओं का लोगों को सामना करना पड़ता था। कामकाज की व्यस्तता के चलते बहुत से लोग थोड़ा से चलने, सीढ़ियां चढ़ने या कोई भी शारीरिक काम करने पर सांस फूलने की समस्या का सामना कर रहे हैं। इन सब के पीछे अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान है, जो शरीर में सहनशक्ति, ताकत या एनर्जी को कम कर रहा है।

दरअसल, शरीर को पर्याप्त ईंधन यानी सही मात्रा में पोषण न मिले, तो ताकत और स्टैमिना दोनों कम हो जाते हैं, जिसके चलते शरीर में कई बीमारियां कब्जा करने लगती हैं। ऐसे में खानपान में कुछ चीजों को शामिल करने के साथ-साथ लाइफस्टाइल का भी ध्यान रखना जरूरी है। हालांकि, कुछ लोग रोज सुबह टहलने या 10,000 कदम पूरे करने की कसम खाते हैं, लेकिन यह कसम कुछ ही दिनों में टूट जाती है। इसके पीछे मुख्य कारण समय की कमी और अलस है। न्यूट्रिशनिस्ट लीमा महाजन के मुताबिक, जापान की एक यूनिवर्सिटी ने एक खास तकनीक विकसित की है। जिसे ‘इंटरवल वॉकिंग’ नाम दिया गया है। इसे करने सेहत के साथ-साथ स्वास्थ्य को भी कई फायदे मिलते हैं।

न्यूट्रिशनिस्ट लीमा महाजन के मुताबिक, अक्सर टहलते समय हमें ज्यादा पसीना नहीं आता या सांस लेने में बदलाव महसूस नहीं होता, क्योंकि हम एक ही गति से चलते हैं। ऐसे में कैलोरी बर्न या फिटनेस में ज्यादा बदलाव नहीं दिखता। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त एक खास टहलने का तरीका सामने आया है, जो कम समय में ज्यादा कारगर है। इस तरीके के लिए न तो महंगे उपकरणों की जरूरत है और न ही जिम के खर्च की, बस 30 मिनट का यह प्लान बहुत काम आता है। इस तकनीक से न सिर्फ वजन कम होता है, बल्कि ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर लेवल और मांसपेशियों की मजबूती में भी सकारात्मक बदलाव दिखाई देते हैं।

ब्लड प्रेशर के लिए लाभकारी

इससे ब्लड प्रेशर धीरे-धीरे कम होने लगता है। अध्ययनों से पता चलता है कि कई लोग जो लगातार दवाओं पर निर्भर रहते हैं, उन्होंने पाया है कि नियमित अंतराल पर पैदल चलने से उनके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह पैदल चलना थका देने वाला नहीं है, इसलिए इसे बुजुर्ग भी आसानी से कर सकते हैं।

जोड़ों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद

दौड़ने की तुलना में यह तरीका घुटनों और पीठ पर कम दबाव डालता है, जिससे यह जोड़ों के दर्द, गठिया या पीठ दर्द से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है। चलते समय मध्यम और तेज कदमों के बीच बारी-बारी से चलने से मांसपेशियों को अच्छी कसरत मिलती है और जोड़ों पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता।

चर्बी कम करने में असरदार

इससे आपके शरीर को एनर्जी के लिए फैट का उपयोग करना पड़ता है। केवल 30 मिनट में इस तरह चलने से पारंपरिक सैर की तुलना में ज्यादा कैलोरी बर्न होती है, जिसका आपके वजन और कमर पर असर पड़ सकता है।

शुगर कंट्रोल

इस तरह चलने से मांसपेशियों में इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहती है। यह तरीका शुगर के मरीजों के लिए दवा के साथ-साथ एक प्राकृतिक उपचार हो सकता है। अगर आप इसे रोजाना सिर्फ आधा घंटा भी करते हैं, तो इसके फायदे कुछ ही हफ्तों में दिखने लगते हैं।

कैसे करें जापानी वॉक

  • इसके लिए पहले 3 मिनट तक धीरे-धीरे चलें।
  • फिर 3 मिनट तक तेज चलें।
  • इस क्रम को कुल 30 मिनट तक 5 बार दोहराएं।
  • यदि आप पहली बार चल रहे हैं, तो 3 चक्कर (18 मिनट) से शुरू करें, फिर धीरे-धीरे गति और समय बढ़ाएं।

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