डायबिटीज के मरीजों को अक्सर सलाह दी जाती है कि वो डाइट में ऐसे फूड्स का सेवन करें जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो। कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करने में असरदार साबित होते हैं। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए स्टार्च वाली चीजों से परहेज करना जरूरी है।

चावल एक ऐसा फूड है जिसमें स्टार्च मौजूद होता जो ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ाता है। लेकिन आप जानते हैं कि चावल का सेवन अगर बासी करके किया जाए तो वही चावल ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल भी करता है। जी हां एक्सपर्ट के मुताबिक चावल पकाकर उसे ठंडा करके अगर अगले दिन खाया जाए तो उससे शुगर कंट्रोल रहती है। आइए जानते हैं कि बासी चावल का सेवन कैसे शुगर कंट्रोल करने में असरदार साबित होता है।

बासी चावल कैसे शुगर कंट्रोल करता है:

अगर आप चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम करना चाहते हैं और चावल को डायबिटीज फ्रैंडली बनाना चाहते हैं तो चावल को पका दें और फिर उन्हें ठंडा कर दें और अगले दिन उसका सेवन करें। चावल खाने का ये तरीका आपको बेशक अटपटा लगेगा लेकिन ये सच्चाई है कि चावल और आलू को ठंडा करके अगले दिन खाने से उसमें मौजूद स्टार्च का असर खत्म हो जाता है।

बासी चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम हो जाता है और उसे खाने से ब्लड में शुगर का स्तर नॉर्मल रहता है। पोषण विशेषज्ञ पूजा मखीजा ने अपने हालिया पोस्ट में चावल को एक दिन के लिए फ्रिज में रखने और फिर खाने के फायदों के बारे में बताया। एक्सपर्ट के मुताबिक चावल को 24 घंटे तक फ्रिज में रखने के बाद खाया जाता है तो उससे शुगर का स्तर नहीं बढ़ता।

बासी चावल का स्टार्च कैसे सुपाच्य स्टार्च में बदल जाता है?

सुपाच्य स्टार्च (Digestible starch)वह है जो हमारे शरीर में जल्दी टूट जाता है और जिससे हमारे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। प्रतिरोधी स्टार्च (Resistant starch)वह है जिसे आपका शरीर नहीं तोड़ सकता है। हालांकि प्रतिरोधी स्टार्च हमारी बॉडी के लिए खराब नहीं है। यह वास्तव में प्रीबायोटिक के रूप में जाना जाता है। विशेषज्ञ के मुताबिक यह हमारे लिए बहुत अच्छा है। यह हमारे ब्लड में शुगर का स्तर नहीं बढ़ने देता।

एक्सपर्ट ने बताया है कि उन्होंने बासी चावल का सेवन करके और ग्लूकोज मॉनिटरिंग करके इस बात का पता लगया है कि बासी चावल शुगर को कंट्रोल करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक ताजे पके हुए गर्म चावल की तुलना में ठंडे चावल का ग्लाइसेमिक कम होता है। मधुमेह रोगी चावल को अधिक मधुमेह के अनुकूल बनाने के लिए इस सरल हैक को अपना सकते हैं।