खराब जीवन-शैली और खानपान से जुड़ी बीमारियों में हाई ब्लड प्रेशर भी शामिल है। आज के समय में तनाव और वर्क स्ट्रेस के कारण सबसे ज्यादा लोग हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं। हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर को साइलेंट किलर भी कहा जाता है क्योंकि यह बीमारी शुरुआत में कोई संकेत नहीं देती। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो स्थिति गंभीर होने के बाद ही लोगों को इस बीमारी का पता चलता है। अगर हाई बीपी को नजरअंदाज कर दिया जाए तो यह हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थितियों का खतरा भी बन सकता है।

बता दें, हाई ब्लड प्रेशर की समस्या तब होती है जब रक्त धमनियों में खून का प्रवाह बढ़ जाता है। इससे धमनियों की अंदरूनी परत पर असर होता है और साथ ही आर्टरीज डैमेज हो जाती हैं। खून के तेज दबाव से वॉल्स की इलास्टिसिटी कम हो जाती है।

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो शुरुआत में हाई ब्लड प्रेशर कोई चेतावनी नहीं देता। लेकिन सिर में लगातार दर्द बने रहना, नजरों में धुंधलापन, जी मिचलाना, सिर भारी और चक्कर आना इसके लक्षण होते हैं। यह बीमारी केवल दिल को ही नहीं बल्कि शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित करता है। हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए खानपान में बदलाव करना बेहद ही जरूरी है।

हाई बीपी के मरीज इन चीजों का कर सकते हैं सेवन-

खट्टे फल: हाई बीपी की बीमारी से ग्रसित लोगों को अपनी डाइट में खट्टे फलों को शामिल करना चाहिए। खट्टे फलों में विटामिन-सी की मात्रा अधिक होती है, जो बीपी को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

केला: पोटैशियम से भरपूर केला ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में काफी मददगार है। बता दें, पोटैशियम ब्लड वेसल्स की वॉल्स पर पड़ने वाले प्रेशर को कम करता है। साथ ही यह सोडियम के प्रभाव को भी घटाता है। इससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।

पिस्ता: पिस्ता स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर, प्रोटीन, जिंक, कॉपर, आयरन, कैल्शियम मुख्‍य रूप से मौजूद होते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर पिस्ते का सेवन करने की सलाह हेल्थ एक्सपर्ट्स भी देते हैं।

दाल और बीन्स: हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे लोगों को फाइबर और पोटैशियम युक्त दाल और बीन्स का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।