हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जो कम उम्र में भी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है। ब्लड प्रेशर दो तरह का होता है पहला जिसे सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है। सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर जब दिल धड़कता है तो धमनियों में दबाव को मापता है। दूसरा डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर कहा जाता है जो धमनियों में दबाव को मापता है। ब्लड प्रेशर 120 सिस्टोलिक और 80 डायस्टोलिक हो तो उसे 120/80 mmHg कहते हैं जो सामान्य ब्लड प्रेशर है। जब ब्लड प्रेशर इस रेंज से ज्यादा हो जाए तो उसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है। ब्लड प्रेशर हाई होने को हाइपरटेंश कहा जाता है।
बॉडी एक्टिविटी के मुताबिक आपका रक्तचाप पूरे दिन बदलता रहता है। ब्लड प्रेशर का स्तर जितना अधिक होगा आपको उतनी ही स्वास्थ्य समस्याएं होंगी। हाई बीपी हृदय रोग, दिल का दौरा और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा सकता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है वरना ये किडनी फेल होने का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि हाई बीपी कैसे किडनी फेल होने का कारण बनता है और उसे कैसे कंट्रोल करें।
हाई बीपी कैसे किडनी फेल होने का कारण बनता है?
किडनी और ब्लड सर्कुलेशन अच्छी सेहत के लिए एक-दूसरे पर निर्भर करते हैं। किडनी रक्त वाहिकाओं का उपयोग करके ब्लड से टॉक्सिन और अतिरिक्त तरल पदार्थों को फिल्टर करने में मदद करती हैं। जब रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो आपके ब्लड को फिल्टर करने वाले नेफ्रॉन को ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते जिनकी उन्हें अच्छी तरह से काम करने की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि उच्च रक्तचाप किडनी फेल होने का दूसरा प्रमुख कारण है।
क्षतिग्रस्त किडनी की धमनियां रक्त को अच्छी तरह से फिल्टर नहीं करती हैं। किडनी में छोटे, उंगली जैसे नेफ्रॉन होते हैं जो ब्लड को छानते हैं। प्रत्येक नेफ्रॉन को रक्त की आपूर्ति बालों से पतली केशिकाओं के माध्यम से होती है, जो सभी रक्त वाहिकाओं में सबसे छोटी होती है। जब धमनियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, तो नेफ्रॉन को आवश्यक ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते हैं। फिर किडनी रक्त को फिल्टर करने और शरीर में तरल पदार्थ, हार्मोन, एसिड और लवण को नियंत्रित करने की क्षमता खो देती हैं। डैमेज किडनी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में विफल रहती है। जैसे-जैसे अधिक धमनियां अवरुद्ध होती हैं और वो काम करना बंद कर देती हैं तो किडनी फेल हो जाती है।
बीपी को कैसे करें कंट्रोल:
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो रेगुलर बीपी की जांच करें। बीपी की जांच करके आप ब्लड प्रेशर को आसानी से दवाई से कंट्रोल कर सकते है।
- ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो सप्ताह में 150 मिनट तक एक्सरसाइज करें। सप्ताह में 5 दिनों तक आधा घंटे की एक्सरसाइज आपके बीपी को कंट्रोल करने में असरदार साबित होती है।
- स्मोकिंग करने से परहेज करें।
- सोडियम (नमक) और अल्कोहल का सीमित सेवन करें।
- वजन को कंट्रोल रखें और तनाव से दूर रहे।
- जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव करने के अलावा दवाईयों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है।