सिरदर्द एक ऐसी स्थिति है, जो दर्द के सबसे आम कारणों में से एक है। बदलते लाइफस्टाइल के साथ-साथ इसके कई कारण हो सकते हैं। सिरदर्द के समय व्यक्ति ऐसा महसूस कर सकता है जैसे कि एक बहुत बड़ा सा रबर बैंड उसके स्कल्प (खोपड़ी) को निचोड़ रहा है, जिसकी वजह से उसके सिर, गर्दन और कंधों में दर्द हो रहा है। बार-बार सिरदर्द होना एक आम समस्या है, लेकिन अगर यह लगातार बना रहे तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। माइग्रेन के अलावा भी कई वजहें होती हैं, जो फ्रीक्वेंट हेडेक का कारण बन सकती हैं। अगर समय रहते इन कारणों को नहीं पहचाना गया, तो यह परेशानी बढ़ सकती है।
तनाव
तनाव के चलते भी सिरदर्द अधिक हो सकता है। इससे सिर में सुस्त और दर्दनाक एहसास का अनुभव हो सकता है। मानसिक दबाव, चिंता या डिप्रेशन के कारण टेंशन हेडेक हो सकता है। यह सिर के दोनों तरफ दर्द के रूप में महसूस होता है और पूरे दिन बना रह सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए मेडिटेशन, योग और पर्याप्त नींद लाभकारी हो सकती है।
कॉमन कारण माइग्रेन
माइग्रेन के कारण सिरदर्द कई लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन जाता है। यह दर्द हर महीने कई बार हो सकता है और इसकी अवधि चार घंटे से लेकर तीन दिनों तक हो सकती है। माइग्रेन का दर्द सिर के किसी भी हिस्से में महसूस किया जा सकता है। इसके साथ ही, अन्य लक्षण भी होते हैं, जैसे कि बेचैनी, उल्टी, भूख में कमी और पेट में असुविधा आदि।
हार्मोनल समस्या
हार्मोनल परिवर्तन कई कारणों से होते हैं। महिलाओं में मासिक धर्म, गर्भावस्था और मेनोपॉज के समय हार्मोन में बदलाव होता है, जिससे सिरदर्द की समस्या उत्पन्न हो सकती है। गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन और मासिक धर्म के दौरान होने वाला माइग्रेन भी सिरदर्द का एक कारण हो सकता है।
डिहाइड्रेशन
डिहाइड्रेशन तब होता है जब आपके शरीर को आवश्यक मात्रा में पानी नहीं मिलता, जिससे उसे कार्य करने के लिए जरूरी तरल पदार्थों की कमी हो जाती है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, अत्यधिक प्यास, मुंह का सूखना, और सिरदर्द शामिल हो सकते हैं।
गलत खानपान और ज्यादा कैफीन का सेवन
बहुत ज्यादा चाय, कॉफी, जंक फूड या प्रोसेस्ड फूड लेने से सिरदर्द हो सकता है। शुगर और फास्ट फूड से ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव आता है, जिससे सिरदर्द होता है। ऐसे में हेल्दी डाइट लें और कैफीन की मात्रा कम करें।
वहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी का सेवन खतरनाक हो सकता है। अक्सर लोग कंफ्यूज रहते हैं कि मिठास के लिए सफेद शुगर, ब्राउन शुगर और शहद किसका सेवन करना चाहिए?