अक्सर देखा गया है कि डायबिटीज के मरीज डाइट पर कंट्रोल करते हैं,लाइफस्टाइल में बदलाव करते हैं और दवाओं का भी सेवन करते हैं फिर भी उनका फास्टिंग ब्लड शुगर लेवल हाई रहता है। आप जानते हैं कि फॉस्टिंग ब्लड शुगर हाई होने के लिए आपकी कम नींद भी जिम्मेदार है।

मैक्स हेल्थकेयर के एंडोक्रिनोलॉजी एंड डायबिटीज के अध्यक्ष और प्रमुख डॉ अंबरीश मिथल कहते हैं बहुत कम या बहुत अधिक नींद शरीर के मेटाबॉलिक फंक्शन को बाधित कर सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ लोग सुबह रेगुलर वॉक करते हैं, नियमित दवाओं का सेवन करते हैं और हेल्दी डाइट लेते हैं फिर भी फास्टिंग ब्लड शुगर हमेशा 150-160 के बीच रहता है।

एक्सपर्ट के मुताबिक काम का रोजाना तनाव और रात की कम नींद आपकी फॉस्टिंग ब्लड शुगर को हाई करती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि डाइट,एक्सरसाइज,और वॉक के बावजूद नींद की कमी कैसे फॉस्टिंग ब्लड शुगर को हाई रखती है।

मधुमेह पर नींद की कमी का प्रभाव

कई रिसर्च के मुताबिक जो लोग कम सोते हैं उनमें इंसुलिन प्रतिरोध, प्री डायबिटीज और मधुमेह के बढ़ने का अधिक जोखिम हो सकता है। जो युवा व्यक्ति दिन में सात घंटे से कम सोते हैं उनमें अच्छी नींद लेने वालों की तुलना में मधुमेह होने की संभावना 40 प्रतिशत अधिक होती है। जिन लोगों को पहले से ही डायबिटीज है और जो नींद नहीं लेते हैं,उनकी डायबिटीज कंट्रोल नहीं रहती।

नींद की कमी घ्रेलिन नामक एक हार्मोन को उत्तेजित करती है, जिससे आपको सामान्य से अधिक भूख लगती है, और लेप्टिन कम हो जाता है। ये हार्मोन तृप्ति का संकेत देता है। इससे खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है,वजन बढ़ता है और बाद में रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि होती है। रात में जागते रहने से रात को भूख लगती है और लोग स्नैक्स का भी अधिक सेवन करते हैं।

एक्सपर्ट के मुताबिक अच्छी नींद के लिए इन उपायों को अपनाएं:

1.रोजाना एक ही समय पर सोए और जागे।

  1. बिस्तर पर जाने से पहले किताब पढ़े या संगीत सुनें। शाम को गर्म पानी से नहाने से कुछ लोगों को नींद आने में आसानी हो सकती है।
  2. बत्ती बंद करके सोएं और कमरे का तापमान आरामदायक बनाए रखें।
  3. खाने या काम करने के लिए बिस्तर का उपयोग न करें। दिमाग में ये सेट कर लें बिस्तर पर जाने का मतलब सोना है।
  4. सोने से कम से कम 30 मिनट पहले स्क्रीन देखने से बचें, चाहे वह टीवी, कंप्यूटर और सेल फोन ही क्यों नहीं हो।
  5. सोने से पहले फोन पर बातचीत करने से बचें।
  6. रात में शराब के सेवन से बचें, क्योंकि नींद के दौरान यह आपकी सांस लेने को प्रभावित कर सकता है। शराब का सेवन आपकी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है।
  7. देर रात भारी भोजन नहीं करें। देर से खाने से रिफ्लक्स एसिडिटी और रात भर में उच्च रक्त शर्करा का स्तर हो सकता है।