ऐसा माना जाता है कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद महिलाओं और पुरुषों को चिंता और तनाव से राहत मिलती है। इस तेज रफ्तार भरी जिंदगी में हर कोई काम में व्यस्त है। ये मसरूफियत तनाव और परेशानी को बढ़ा देती है ऐसे में पार्टनर के साथ गुजारा गया कुछ वक्त दिल को सुकून और तन को राहत देता है। कुछ महिलाएं ऐसी हैं जिन्हें शारीरिक संबंध बनाने के बाद निगेटिव फीलिंग पैदा होती है। शारीरिक संबंध बनाने के बाद कुछ लोग उदासी,चिंता और बेचैनी महसूस करते हैं।
शारीरिक संबंध बनाने के बाद ये नकारात्मकता और उदासी एक बीमारी है जिसे पोस्ट-कोइटल डिस्फोरिया (post-coital dysphoria) के नाम से जाना जाता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ और प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ जागृति वार्ष्णेय ने कहा कि पुरुष और महिला दोनों पोस्ट-कोइटल डिस्फोरिया का अनुभव कर सकते हैं। इस परेशानी में कपल्स सहमति से शारीरिक संबंध बनाते हैं उसके बाद भी असुविधा की भावना महसूस करते हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ कपल्स शरीरिक संबंध बनाते समय पूर्ण संतुष्टि हासिल करते हैं फिर भी वो डिप्रेशन में रहते हैं।
स्त्री रोग विशेषज्ञ और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ.युवराज जडेजा ने कपल्स को होने वाली इस दिक्कत का समाधान निकालने के लिए इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने पोस्ट-कोइटल डिस्फोरिया के संभावित कारणों के बारे में बताया है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि इस परेशानी का कारण क्या है और उसका उपचार कैसे निकालें।
पोस्ट-कोइटल डिस्फोरिया के कारण
- यौन शोषण का इतिहास होना
- चिंता और तनाव में रहना
- प्रसवोत्तर अवसाद
- हार्मोंस में उतार-चढ़ाव
- सेक्स के बारे में आपका विश्वास
- बॉडी की इमेज के मुद्दे
- रिलेशनशिप के कारण भी उदासी और नकारात्मकता हो सकती है।
यदि आप शारीरिक संबंध बनाने के बाद चिंतित महसूस कर रहे हैं तो डॉ.जडेजा के इन सुझाव को अपनाएं।
- अगर शारीरिक संबंध बनाने के बाद उदास और तनाव महसूस करते हैं तो सबसे पहले सांस लेने और छोड़ने की एक्सरसाइज करें। इनहेल और एक्सहेल इस परेशानी में कारगर है।
- अगर आप चिंता और तनाव को काबू नहीं पा रहे हैं तो अपना ध्यान किसी चीज पर केंद्रित करें। अपने सामने दिखने वाली किसी भी तीन चीजों को देखें और उसका नाम लें।
- खुद से कुछ सवाल पूछें जैसे
- क्या मैं सुरक्षित हूं?
- अभी क्या हो रहा है?
- मुझे अभी क्या चाहिए?
रकुल प्रीत सिंह शारीरिक संबंध के बारे में कुछ तथ्यों और कल्पना पर चर्चा करती हैं। उन्होंने बताया कि पोस्ट-कॉइटल डिस्फोरिया के लिए मदद मांगने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए। कुछ सेक्स और मनोवैज्ञानिक उपचार आपको स्थिति से उबरने में मदद कर सकते हैं। अपने साथी के साथ अपनी आवश्यकताओं के बारे में बात करना, ध्यान और योग जैसा हेल्दी लाइफस्टाइल लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है।