डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसे कंट्रोल करने का सबसे पहला तरीका डाइट पर कंट्रोल करना है। डाइट में ऐसे फूड्स को शामिल करना है जिसमें कार्ब्स कम और प्रोटीन ज्यादा हो। ज्यादा मीठा और ऑयली फूड डायबिटीज मरीजों की ब्लड शुगर को तेजी से स्पाइक करता है। डायबिटीज मरीज शुगर को कंट्रोल करने के लिए ऐसे फूड्स का सेवन करते हैं जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स से मतलब ऐसी माप से है जो यह बताती है कि कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन आपके ब्लड शुगर को कितनी तेजी से बढ़ाता है।

डायबिटीज मरीजों की इम्यूनिटी कमजोर होती है और बॉडी में कमजोरी भी ज्यादा रहती है, इन लोगों के लिए हेल्दी फूड्स का सेवन करना बेहद जरूरी है। हेल्दी फूड्स का नाम लेते ही हमारे जहन में जो फूड आते हैं वो हैं ड्राई फ्रूट्स। ड्राई फ्रूट्स में बात करें काजू की तो ये ऐसा ड्राई फ्रूट है जो स्वाद में मीठा और हाई कैलोरी होता है। इस ड्राई फ्रूट को अक्सर डायबिटीज मरीज खाने से परहेज करते हैं।  

क्लिनिकल डाइटिशियन गरिमा गोयल ने बताया काजू की एक छोटी कटोरी (75 ग्राम) खाने से ब्लड में शुगर का स्तर बेहद कम बढ़ता है। 75 ग्राम काजू के कटोरे में लगभग 20 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है, जिसमें से 3 ग्राम डाइटरी फाइबर होता हैं, जिससे कुल कार्बोहाइड्रेट 17 ग्राम होता है। एक्सपर्ट ने बताया 75 ग्राम काजू में कैलोरी 440 kcal होती है। इसका मतलब यह है कि इस हाई कैलोरी काजू का सेवन करने से ब्रेड और पास्ता जैसे हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों की तुलना में कम या मध्यम गति से ब्लड शुगर स्पाइक करता है।

काजू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कितना है?

एक्सपर्ट ने बताया काजू एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 22 से कम होता है जो ज्यादा नहीं है। काजू में मौजूद कम कार्बोहाइड्रेट सामग्री भी काजू को कम ग्लाइसेमिक लोड की श्रेणी में रखती है। काजू का कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स उसे डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतर विकल्प बनाता है।

हाई प्रोटीन और फैट है मौजूद

काजू में प्रोटीन और फैट की मात्रा काफी अधिक होती है, यानी 14 ग्राम और 34 ग्राम। ये पोषक तत्व ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में बहुत उपयोगी साबित होते हैं। प्रोटीन और हेल्दी फैट पाचन को धीमा करते हैं और खाने की क्रेविंग को कंट्रोल करते हैं। इसका सेवन करके ज्यादा खाने की क्रेविंग को कंट्रोल किया जा सकता है। काजू में बेहतरीन एंटी-इंफ्लेमेटरी यौगिक इसे डायबिटीज रोगियों में मेटाबॉलिक कंट्रोल के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाते हैं।

प्रचुर मात्रा में है मैग्नीशियम

गोयल ने बताया काजू में मैग्नीशियम मौजूद होता है जो ग्लूकोज मेटाबॉलिज्म और इंसुलिन संवेदनशीलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मैग्नीशियम शरीर की कोशिकाओं को ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन हार्मोन के बेहतर उपयोग में मदद करता है।

क्या काजू डायबिटीज मरीजों के लिए उपयोगी है?

एक्सपर्ट ने बताया एक कटोरी काजू का सवेन डायबिटीज मरीजों के लिए थोड़ा ज्यादा हो सकता है। एक कटोरी काजू ब्लड शुगर को बढ़ा सकते हैं, इसलिए डायबिटीज मरीज इसकी मात्रा का ध्यान रखें। एक्सपर्ट ने बताया काजू का ज्यादा सेवन ब्लड शुगर को स्पाइक नहीं कर सकता लेकिन ये बॉडी में कैलोरी की मात्रा को बढ़ा सकता है जिससे वजन बढ़ सकता है। अगर आप ज़्यादा काजू खाते हैं तो ब्लड शुगर को नॉर्मल रखने के लिए आप फाइबर युक्त या प्रोटीन युक्त फूड्स जैसे कि सब्जी सलाद, दही आदि के साथ काजू का सेवन करें।

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