डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो एक बार लग जाए तो इसे खत्म या कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। हालांकि, शुगर मरीजों में यह संकोच रहता है कि पिस्ता खाने से ब्लड शुगर बढ़ सकता है। हालांकि, ऐसा नहीं है पोषक तत्वों से भरपूर पिस्ता सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पिस्ते में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और डायबिटीज के मरीजों के लिए कम ग्लाइसेमिक फूड्स खाना लाभकारी होता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर के लेवल में अचानक वृद्धि को रोकने में भी मदद करता है। पिस्ता में घुलनशील फाइबर होता है। विशेष रूप से घुलनशील फाइबर के कारण, फाइबर ग्लूकोज अवशोषण को धीमा कर देता है। भोजन के बाद रक्त शर्करा में होने वाली वृद्धि को कम करता है। इसके अलावा पिस्ता का सेवन करने से शरीर को ताकत मिलती है और बीमारियों से बचाव होता है।

आंतों की सेहत के लिए फायदेमंद

पिस्ता में पाया जाने वाला फाइबर न केवल पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि यह एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को भी बढ़ावा देता है। फाइबर प्रीबायोटिक के रूप में कार्य करता है, जो आंत में फायदेमंद बैक्टीरिया को पोषण देता है और उनके विकास को प्रोत्साहित करता है। पिस्ता का नियमित सेवन आंत को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

पाचन के लिए अच्छा

पिस्ता फाइबर का बेहतरीन स्रोत होते हैं, जो पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण हैं। पिस्ता की एक सर्विंग में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है, जो नियमित आंत्र क्रिया को उत्तेजित करता है और कब्ज से बचाव करता है। इसके अलावा, फाइबर आंत में लाभकारी बैक्टीरिया के विकास को भी बढ़ावा देता है, जो न केवल पाचन स्वास्थ्य, बल्कि इम्यूनिटी को भी मजबूत करने में सहायक होते हैं।

वजन कंट्रोल

पिस्ते में मौजूद फाइबर वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। पिस्ता में स्वस्थ वसा जैसे मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसेचुरेटेड वसा होते हैं। ये वसा यानी फैट बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता से जुड़े हैं, जो शुगर का एक प्रमुख कारक है। पिस्ता भी प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। भोजन और नाश्ते में प्रोटीन युक्त फूड्स को शामिल करने से भूख को कंट्रोल करने और शुगर वाले लोगों में अधिक खाने से रोकने में मदद मिल सकती है।

हार्ट के लिए फायदेमंद

पिस्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ने में मदद करते हैं। दोनों मधुमेह संबंधी जटिलताओं से जुड़े हैं। पिस्ता जैसे एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने से समग्र स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। हृदय रोग के खतरे को कम करता है। इसके अलावा, पिस्ते में मैग्नीशियम भी भरपूर मात्रा में होता है। मैग्नीशियम इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करता है।

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