हार्मोन असंतुलन का मतलब है जब शरीर में इंसुलिन, थायराइड हार्मोन, एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन जैसे हॉर्मोन सामान्य मात्रा से कम या ज्यादा बनने लगते हैं।
थकान और कमजोरी होना, वजन का बढ़ना या घटना, नींद न आना या ज्यादा नींद आना, मूड स्विंग्स, महिलाओं में पीरियड्स की गड़बड़ी,पुरुषों में यौन शक्ति में कमी होना, मुहांसे और बाल झड़ना।
तनाव, मानसिक दबाव, नींद की कमी,खराब और असंतुलित खानपान,अधिक शुगर और जंक फूड का सेवन, मोटापा,थायराइड, PCOS या डायबिटीज जैसी बीमारियां होना।
डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट्स और फाइबर से भरपूर फूड्स को शामिल करें।
नियमित व्यायाम करें। योग, वॉक और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग हार्मोन बैलेंस में मददगार हैं।
रोज़ाना 7–8 घंटे की नींद लें।
तनाव को कंट्रोल करने के लिए आप मेडिटेशन और प्राणायाम करें तनाव कंट्रोल रहेगा।
शुगर और जंक फूड का सेवन इंसुलिन और अन्य हार्मोन को बिगाड़ते हैं।
हाइड्रोजन हार्मोनल फंक्शन को सपोर्ट करता है।
ब्लड टेस्ट से थायराइड, शुगर और अन्य हार्मोन लेवल पर नज़र रखें।