प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि उनकी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। पीएम मोदी 26 जुलाई को दिल्ली के प्रगति मैदान में नए आईटीपीओ कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ट्रैक रिकॉर्ड के हिसाब से हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा।

आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी ने साल 2014 में जब पहली बार सत्ता संभाली थी तब भारत, दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हुआ करता था, लेकिन पिछले 9 सालों के दौरान 5 पायदान की छलांग लगाकर, पांचवें स्थान पर पहुंच गया है।

PM ने जो कहा, IMF का भी वही अनुमान

पीएम मोदी ने अर्थव्यवस्था को लेकर जो भविष्यवाणी की, IMF यानी इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड भी वही अनुमान लगा चुका है। आईएमएफ ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्था को लेकर जो अनुमान लगाया है, उसमें भी भारत के 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है, जो प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी का तीसरा कार्यकाल हो सकता है। IMF के मुताबिक भारत, अगले 4 सालों के दौरान जर्मनी और जापान को पछाड़ तीसरा स्थान हासिल कर सकता है।

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Top-10 इकोनॉमी को लेकर IMF का अनुमान

2014 से अब तक 83% बढ़ोतरी

साल 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे, तब से लेकर अब तक यानी 2023 तक भारत की जीडीपी में 83% वृद्धि हुई है। हालांकि इसी दौरान चीन की जीडीपी में 84% इजाफा हुआ है। वहीं, अमेरिका की जीडीपी में 54% बढ़ोतरी हुई है। हालांकि भारत, चीन और अमेरिका को छोड़कर टॉप 10 अर्थव्यवस्था में शामिल अन्य देशों की जीडीपी या तो स्थिर है या गिरावट आई है।

2014 के बाद से अबतक 9 सालों में भारत, जिन 5 देशों को पीछे छोड़ दसवें से पांचवें स्थान पर पहुंचा है, उनके आंकड़ों पर नजर डालें तो ब्रिटेन की जीडीपी में महज 3% का इजाफा हुआ है। वहीं, फ्रांस की जीडीपी में 2%, रूस की जीडीपी में 1% बढ़ोतरी हुई है। जबकि इटली की जीडीपी में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। वहीं ब्राजील की जीडीपी में 15 फ़ीसदी की गिरावट आई है।

दूसरे देशों की GDP में बढ़ोतरी क्यों नहीं?

भारत के मुकाबले अन्य देशों की जीडीपी में बढ़ोतरी क्यों नहीं हुई? इसका सबसे प्रमुख कारण साल 2008-2009 के बीच आई आर्थिक मंदी है। हालांकि भारत भी आर्थिक मंदी की चपेट में आया, लेकिन इसका यूरोपियन यूनियन के देशों पर कहीं खतरनाक असर पड़ा। फिलहाल भविष्य में भी भारत की अर्थव्यस्था की बढ़ोतरी की रफ्तार लगभग यही रहने वाली है, इस तथ्य के बावजूद कि देश की जीडीपी जिस दर (8%-9% सालाना) से बढ़नी चाहिए थी, उस दर से नहीं बढ़ रही है। यदि जीडीपी ग्रोथ 6% सालाना भी रही तो भी साल 2027 में भारत तीसरा स्थान हासिल कर लेगा।

क्यों तीसरा स्थान हासिल करना तय?

आकड़ों पर नजर डालें तो साल 2027 में भारत की जीडीपी में मौजूदा (साल 2023) के मुकाबले 38% इजाफा होगा। जबकि जापान और जर्मनी की जीडीपी में 2023 के मुकाबले 15% ही बढ़ोतरी होगी। ऐसे में इन दोनों देशों के मुकाबले करीब 2 गुना से ज्यादा बढ़ोतरी के चलते भारत का 2027 में तीसरा स्थान हासिलकरना लगभग तय है।

लेकिन आगे कठिन है राह…

साल 2027 तक भारत, दुनिया की तीसरे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था तो बन जाएगा, लेकिन इसके बाद की डगर कठिन है। पहले स्थान पर काबिज अमेरिका और दूसरे स्थान पर काबिज चीन को पछाड़ना मुश्किल होगा। 2027 में, भारत की जीडीपी चीन का पांचवां हिस्सा (20 ट्रिलियन डॉलर कम) और अमेरिका का छठवां हिस्सा (26 ट्रिलियन डॉलर कम) होगी।