पूरे देश में इस वक्त हिजाब और मस्जिद में लाउडस्पीकर के मुद्दे पर चर्चा हो रही है। गायक सोनू निगम ने साल 2017 में कहा था कि लाउडस्पीकर से उन्हें दिक्कत होती है। इसके बाद उन्हें खूब ट्रोल किया गया था। यहां तक कि उनके सिर मुंडवाने पर दस लाख रूपये का ईमान भी रख दिया गया था। पांच साल बाद एक बार फिर सोनू निगम से लाउडस्पीकर को लेकर सवाल पूछा गया तो पढ़िए क्या जवाब मिला।
टाइम्स नाउ नवभारत को दिए एक इंटरव्यू में जब एंकर नविका कुमार ने सोनू निगम से पूछा कि लाउडस्पीकर पर आपकी क्या राय है? इस पर सोनू निगम ने कहा कि ‘मुझे एक बात समझ में आ गई है कि आप सोते हुए को जगा सकते हो लेकिन सोने की एक्टिंग करने वाले को आप नहीं जगा सकते। आप कितनी भी सही बात कर लो, उसे मानना ही नहीं है।’
सोनू निगम ने कहा कि ‘मैंने एक ही ट्वीट में मंदिर, मस्जिद और गुरूद्वारे का जिक्र किया था। मैंने कहा कि मुझे लाउडस्पीकर से आपत्ति है। मेरा शो अगर दस बजे बंद कर दिया जाता है, तो इस पर क्यों बवाल? 2017 में मेरे ट्वीट के बाद दस लाख रूपये का ईमान रखा था, मैंने सिर मुंडवा लिया था लेकिन दस लाख मिला नहीं। अगर मेरी बात को ठीक से समझते तो लोग धर्म की बात ना करते। दिक्कत अजान से नहीं है, दिक्कत लाउडस्पीकर से है।’
सोनू निगम से पूछा गया कि अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे, ममता बनर्जी और योगी आदित्यनाथ में से आपके सबसे पसंदीदा सीएम कौन है? इसके जवाब में सोनू निगम ने कहा कि ‘मेरे पसंदीदा सीएम योगी आदित्यनाथ हैं।’ क्या आपको भगवा, राईट विंग और बुलडोजर बाबा पसंद हैं? इसके जवाब में सोनू निगम ने कहा कि ‘भारत में कड़क होना जरूरी है, खासकर यूपी में ये बहुत जरूरी था। इसका मतलब नहीं है कि मैं उद्धव ठाकरे, अरविद केजरीवाल और ममता बनर्जी के खिलाफ हूं लेकिन लोगों को कानून दिखाना जरूरी है इसीलिए सीएम योगी पसंद हैं।’
बता दें कि साल 2017 में सोनू निगम के एक ट्वीट पर खूब बवाल मचा था जिसमें उन्होंने लाउडस्पीकर पर बैन लगाने की मांग की थी। इसके बाद कई संगठनों ने सोनू निगम के खिलाफ आवाज उठाई थी, प्रदर्शन किया था। सोनू निगम के सिर के बाल निकलवाने वाले को दस लाख रूपये का ईमान देने की घोषणा तक कर दी गई थी। हालांकि सोनू निगम ने खुद ही अपने सिर के बाल निकलवा दिए थे और दस लाख रूपये की की मांग भी कर डाली थी।