कृषि कानूनों के विरोध में देश के अलग-अलग हिस्से के किसान बीते कई महीने से दिल्ली के बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। उनकी मांग है कि केंद्र सरकार तीनों ही कृषि कानूनों को वापस ले। कृषि कानून पर जारी सियासत के बीच आजतक पर एक डिबेट के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत और बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा आमने-सामने आ गए। बहस के दौरान राकेश टिकैत ने संबित पात्रा को ‘बेहूदा’ बता दिया और भारतीय जनता पार्टी को ‘महात्मा गांधी की हत्या करने वाला’ कहा। उनकी इस बात पर बीजेपी प्रवक्ता भड़क गए और कहा कि बाइडेन और ट्रंप भी उन्हें ऐसा नहीं कह सकते हैं।
संबित पात्रा ने किसान नेता राकेश टिकैत पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “इन्होंने हमें कहा कि ये गांधी की हत्यारे वाली पार्टी है, यह पार्टी अहंकारी है, सरकार को शर्म करना चाहिए। उनकी इस बात को लेकर मैंने उंगली उठाई और कहा कि मैं भी कुछ कहना चाहता हूं।”
संबित पात्रा ने मामले पर आगे कहा, “मेरी इस बात पर राकेश टिकैत जी ने कहा कि मैं इस आदमी को नहीं सुनना चाहता हूं, ये बेहूदा आदमी है। मैं बहुत कष्ट के साथ कह रहा हूं कि हो सकता है कि हम बहुत छोटे शहर के लोग हैं और हो सकता है कि हम कोई सांसद नहीं हैं।”
@sambitswaraj Ji, Well Done !!! pic.twitter.com/q8Rn7NIF8F
— (@bindudhillon111) June 18, 2021
संबित पात्रा ने राकेश टिकैत पर भड़कते हुए आगे कहा, “हम बेहूदा हैं या क्या हैं, इसपर चित्रा जी न आप टिप्पणी कर सकती हैं और न ही ये महाशय टिप्पणी कर सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप और बाइडेन भी हमें ऐसा नहीं कह सकते हैं। हमें कहा गया कि हम महात्मा गांधी को मारने वाली पार्टी हैं। मैं कहना चाहता हूं कि यहां एक आदमी को जिंदा जला दिया गया, महिला के साथ रेप हुआ।”
संबित पात्रा ने अपने बयान में 26 जनवरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा, “26 जनवरी को दिल्ली में क्या हुआ था, पूरे हिंदुस्तान ने ये देखा है। अगर ये हमें इस तरह से लताड़ देते हैं तो आम आदमी के साथ क्या करते होंगे। आप उम्र और अनुभव में बड़े हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम में से कोई भी अहंकारी बने।”
बता दें कि डिबेट शो के दौरान राकेश टिकैत ने भी संबित पात्रा पर जमकर अपना गुस्सा जाहिर किया था। उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता को कहा कि आप झोला उठाने वाले लोग हो, पार्टी में आपकी कुछ नहीं चलती है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा था कि उसे हमने भी वोट दिया था, हवा में वोट नहीं मिले थे पार्टी को।