शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई जिसमें कश्मीर मुद्दे पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की नीतियों पर बात हुई। समिति के स्थायी सदस्य और जम्मू कश्मीर से कांग्रेस नेता तारिक हामिद कर्रा ने कथित रूप से कहा कि कश्मीर को लेकर सरदार पटेल उदासीन थे और अगर पंडित नेहरू ने कोशिश नहीं की होती तो कश्मीर पाकिस्तान के कब्ज़े में होता। इस बात को लेकर बीजेपी की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश के लोकप्रिय नेताओं को कांग्रेस विलेन के रूप में पेश कर रही है।
आज तक के डिबेट शो, हल्ला बोल’ में भी संबित पात्रा इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर बरसते दिखे। उन्होंने कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्ल्लभ से कहा कि अगर कांग्रेस पटेल को विलेन के रूप में पेश करेगी तो कांग्रेस को एक्सपोज किया जाएगा। वो बोले, ‘अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल को गलत तरीके से एक विलेन में पेश किया जाएगा तो हम कांग्रेस को एक्सपोज भी करेंगे। टाइम्स ऑफ़ इंडिया और इकनोमिक टाइम्स ने CWC की मीटिंग में क्या क्या हुआ उसका ब्यौरा दिया है।’
संबित पात्रा ने आगे कहा, ‘उसमें लिखा गया है कि कर्रा ने कहा था सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में कि पटेल साहब चाहते थे कि हम कश्मीर को पाकिस्तान के सुपुर्द कर दें क्योंकि उन्होंने जिन्ना के साथ हाथ मिलाया हुआ था। जबकि जवाहरलाल नेहरू चाहते थे कि कश्मीर भारत में आ जाए। जवाहरलाल नेहरू क्या चाहते थे ये हम सब जानते हैं। नेहरू ही वो व्यक्ति हैं जो निजी महत्वाकांक्षा के चलते कश्मीर के मुद्दे को यूनाइटेड नेशंस ले गए।’
इनकी इन बातों के जवाब में गौरव वल्लभ ने कहा, ‘पात्रा जी कह रहे हैं कि मीटिंग में ऐसा हुआ। न तो पात्रा जी उस मीटिंग में थे और न ही वो पत्रकार मीटिंग में था। जो मीटिंग में थे CWC के मेंबर, वो कह रहे हैं कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। पर इनको पता चल गया जबकि ऐसा हुआ ही नहीं। इन्होने सवाल उठाया है तो जवाब देना जरुरी हो जाता है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘28 जनवरी 1948 को लाल बहादुर शास्त्री ने पंडित नेहरू को कहा कि आरएसएस अपने लोगों को हथियारों की ट्रेनिंग दे रही है। इसके दो दिन बाद हिंदुस्तान के पहले आतंकवादी ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी। उसके बाद 4 फरवरी 1948 को सरदार पटेल ने आरएसएस को बैन कर दिया। उसके बाद जैसा कि इनकी आदत है श्यामा प्रसाद मुख़र्जी ने पत्र लिखा कि सरदार साहब हमारे लोगों को छोड़ दो, हमें माफ़ कर दो। सरदार साहब के पत्र की मेरे पास कॉपी है। तुम लोग गांधी के हत्यारों हो, सरदार पटेल ने कहा कि आरएसएस के कारण गांधी की हत्या हुई।’