कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच कथित झड़प के दौरान बीजेपी सांसद से मारपीट के मामले में रिटायर्ड आईएएस अफसर सूर्य प्रताप सिंह ने भाजपा पर तंस कसा है। पूर्व आईएएस ने एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा- ‘लगता है, भाजपा को अपने विधायकों व सांसदों की सुरक्षा में मिलिट्री लगानी पड़ेगी, नहीं तो गांव कोई जायेगा नहीं। योगी जी, कृपया कुछ करिए।’
अपने एक अन्य ट्वीट पर पूर्व आईएएस ने चुटकी लेते हुए कहा- ‘अब यूपी में भाजपा अपने सांसदों, विधायकों को सीधे हेलीकॉप्टर से उतारे और मंच पर ले जाए।’ वहीं सपा नेता आई पी सिंह ने तंज भरे अंदाज में कहा- ‘जो सरकार अपने विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को सुरक्षा नहीं दे पा रही है, ऐसी निकम्मी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए।’
अपने एक अन्य पोस्ट पर उन्होंने कहा- ‘यूपी में चुनाव से पूर्व भाजपा सांसदों, विधायकों की पिटाई से संदेश ठीक नहीं जा रहा है। योगी सरकार को सभी की सुरक्षा चार गुना बढ़ा देना चाहिए। लोकतंत्र पर खतरा मंडरा रहा है। उधर, कल अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) ने पीएम मोदी जी से भारत में लोकतंत्र की रक्षा करने की सीख दी।’
वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी वीडियो शेयर कर अपने पोस्ट में लिखा- ‘भाजपा सरकार में जिस तरह सरेआम हिंसा को प्रोत्साहन-संरक्षण दिया गया, उसका ख़ामियाज़ा आज उसके ही सांसदों-विधायकों को भुगतना पड़ रहा है। ये अपने जनप्रतिनिधियों तक को संरक्षण नहीं दे पा रही है। उप्र भाजपा सरकार में क़ानून-व्यवस्था फ़रार है। जनआक्रोश का हिंसक होना अच्छा नहीं होता।’
क्या है पूरा मामला
भाजपा सांसद संगमलाल गुप्ता के साथ उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मारपीट की गई। इस घटना के दौरान उनके साथ उनके समर्थक भी मौजूद थे, उनके साथ भी हाथापाई की गई। इस दौरान उन्हें सड़क पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। भाजपा सांसद सांगीपुर ब्लॉक के गरीब कल्याण मेला आयोजन में पहुंचे थे, जहां उनके साथ मारपीट की गई। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने बीच बचाव किया। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और उनके समर्थकों ने यह हमला बीजेपी सांसद पर किया है।
सांगीपुर ब्लॉक में आयोजित इस कार्यक्रम में पहले कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी को मुख्य अतिथि बनाया गया था। लेकिन बाद में भाजपा सांसद को मुख्य अतिथि घोषित कर दिया गया। ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए।