26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड में काफी हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारी लाल किले तक पहुंचे गए थे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। आजतक पर एक डिबेट के दौरान शो की एंकर अंजना ओम कश्यप ने इस हिंसा को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से कई तीखे सवाल पूछे। अंजना ने सवाल किया, ‘वे (प्रदर्शनकारी) महिला कॉन्सटेबल्स पर भाले से, तलवारों से हमला कर रहे थे। कौन इसकी भरपाई करेगा? 1995 में आप भी दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे, आपको भी पता है वो पुलिसवाले भी किसी के घर के बच्चे हैं। उसकी जवाबदेही किसकी बनती है?

इस पर राकेश टिकैत कहते हैं, ‘पुलिस वाले हमारे ही परिवार के हैं, हमारे ही भाई हैं, वहां तक आने कैसे दिया गया उनको? इसपर अंजना पूछती हैं- आपने हमला क्यों होने दिया? इसके जवाब में टिकैत ने कहा, ‘अगर किसी ने कह दिया कि 7 बजे मैं लाल किले पर जाऊंगा? किसी ने घोषणा कर दी और वो सुबह 9 बजे किले पर पहुंच भी गया? ऐसा नहीं हो सकता, इसकी जांच होगी। ये बर्दाश्त करने वाली बात नहीं है कि लाल किले में कोई ऐसी घोषणा करे।’

उन्होंने आगे कहा- हम 35 सालों से आंदोलन करते हैं। दिल्ली आते हैं इतने वक्त से आंदोलन करने। हम कहते हैं पार्लियामेंट में जाएंगे हम, जितनी भी पॉलिटिकल पार्टी हैं, जो विपक्ष में रहती हैं, वे सब कहते हैं कि हम पार्लियामेंट में जाएंगे धरना देने। क्या जाता है कोई? ये कहने की बात होती है। कौन लोग थे जिन्होंने कहा ये कि हम लाल किले पर जाएंगे? और उनको लाल किले पर जाने का रास्ता दिया गया। उनको फंसाने की साजिश की गई।’

टिकैत ने आगे कहा, ‘अगर किसी एक बालक ने वहां पर कह दिया कि मैं जाऊंगा लाल किले पर, उसको रास्ता दिया गया, उसको 15 दिन से तैयार किया गया कि आप जाना लाल किले। एक धार्मिक झंडा फहराने का षड्यंत्र रचा गया है। सरदार कौम और किसानों को बर्बाद करने की साजिश रची गई, जो पिछले एक महीने से चल रही थी।

अंजना फिर सवाल करती हैं- ईमानदारी से बताइएगा कि क्या वहां खुलेआम नारे नहीं लग रहे थे कि लाल किले जाएंगे? क्योंकि मुझे याद है उस वक्त की तस्वीरें जब आप माइक में बार बार समझा रहे थे कि तय रूट पर ही जाओ। क्या आपको आशंका नहीं थी? उस वक्त लोग कह रहे थे कि जी हम तो लाल किले तक जाएंगे। और ट्रैक्टर को हथियारों की तरह उस दिन इस्तेमाल किया गया। तस्वीरें आपने भी देखी होंगी?

यहां देखें वीडियो

इस पर टिकैत ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने जो रास्ता दिया था उसमें बैरीकेटिंग कर दी गई थी। पुलिस वालों का वो वीडियो है जो उन लोगों को लाल किले तक लाए, वो वहां अपना हेलमेट उतार रहे हैं। वो बाइक वाले कौन थे? आंदोलनकारियों से हाथ मिला रहे थे वो… वीडियो क्लिप है।’