10 फ़रवरी को उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होगा। पहले चरण के चुनाव से पहले भाजपा ने भी जाटलैंड में ताकत झोंक दी है। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी आज शुक्रवार को मुजफ्फरनगर से अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे।

अखिलेश यादव और जयंत चौधरी शुक्रवार को सबसे पहले मुजफ्फरनगर में सपा-रालोद गठबंधन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि 2013 के बाद से जाटों की नाराजगी का सामना कर रहे अखिलेश यादव आज मुज़फ्फरनगर में भाईचारे का संदेश देकर पश्चिमी यूपी को साधने की कोशिश करेंगे। हालांकि मुज़फ्फरनगर के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जयंत चौधरी गुरुवार रात को जिले में पहुंच चुके हैं।

मुज़फ्फरनगर के बाद दोनों नेता मेरठ आएंगे और यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। चुनाव की तारीखों के ऐलान होने के बाद पहली बार दोनों नेता एक साथ पश्चिमी उत्तरप्रदेश में जनसभा को संबोधित करेंगे। इससे पहले पिछले साल दोनों नेताओं ने 7 दिसंबर को सिवालखास विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया था। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों तक दोनों नेता पश्चिमी उत्तरप्रदेश के कई जिलों में एक साथ प्रचार अभियान में भाग ले सकते हैं।

किसान आंदोलन की वजह से जाटों में उपजी नाराजगी को लेकर भी भाजपा के नेता पश्चिमी उत्तरप्रदेश में ताबड़तोड़ जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। बीजेपी के तमाम बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत केंद्र और प्रदेश के कई मंत्री पश्चिमी यूपी में सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मेरठ में जनसंपर्क अभियान चलाएंगे और घर-घर जाकर लोगों से बीजेपी को वोट करने की अपील करेंगे।  

10 फ़रवरी को पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीट पर वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ, मथुरा और आगरा जिले की विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें से कई सीटों पर जाट समुदाय निर्णायक भूमिका अदा करता है। इसलिए सभी दल इस समुदाय को साधने में लगे हुए हैं।