पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वोटरों को साधने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जाट समुदाय के कई नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद पश्चिमी यूपी की राजनीति में हलचल तेज है। ख़बरों की मानें तो जाट नेताओं से बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि जयंत सिंह गलत घर में चले गये हैं। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए दिल्ली बीजेपी सासंद प्रवेश वर्मा ने जयंत चौधरी को बीजेपी में आने का ऑफर दे दिया।
अमित शाह के बयान और प्रवेश वर्मा के ऑफर के कुछ देर बाद ही जयंत चौधरी ने इसका जवाब देते हुए ट्विटर पर लिखा कि ‘न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए’। जयंत के इस ट्वीट के बाद ही साफ़ हो गया कि वे बीजेपी के साथ हरगिज नहीं आने वाले। लेकिन अब मीडिया से बात करते हुए जयंत चौधरी ने बीजेपी पर हमला भी बोला है।
जयंत चौधरी ने कहा है कि आज जो आपसे और मुझसे उम्मीद कर रहे हैं, मैं कोई चवन्नी थोड़ी हूं, जो पलट जाऊंगा। ये आपके मान सम्मान की बात है। ऐसे फैसले मैं अकेले नहीं लेता और बंद कमरे में नहीं लेता। आज तक से बात करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि हम लोग अपनी दिशा नहीं बदलेंगे, लाठियां खाई हैं, संघर्ष किया है। जनता के मुद्दों को उठाया है। हमें वही करना है ,जो चौधरी साहब ने रास्ता दिखाया है।
अमित शाह की जाट नेताओं से मुलाकात पर जयंत ने कहा कि उनकी मीटिंग एक राजनीतिक स्टंट है। जो लोग उनके खिलाफ जा रहे हैं, उन्हें साधने की ये एक कोशिश है। अगर उनके दिल में किसानों के लिए सम्मान होता तो जब किसानों पर लाठियां पड़ रही थीं, जब किसानों पर वार हो रहा था तो ये लोग शांत ना बैठते।
गुरुवार को रालोद अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह मुजफ्फरनगर के खतौली पहुंचे। इस दौरान वह जिले का दौरा करेंगे और जनसंपर्क करेंगे। मुजफ्फरनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए जयंत चौधरी ने किसानों से कहा कि भाजपा जुमले फेंकने का काम करेगी, लेकिन इन पर सावधानी रखनी है। समाज को जोडकऱ चलें। जयंत ने विधानसभा चुनाव को परीक्षा की घड़ी बताया है।
बता दें कि बुधवार को जाट नेताओं और अमित शाह के बीच हुई मुलाकात के बाद बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा था कि जयंत चौधरी ने एक अलग रास्ता चुना है। जाट समाज के लोग उनसे बात कर उन्हें समझाएंगे। चुनाव के बाद भी संभावनाएं खुली रहती हैं। हमारा दरवाजा उनके लिए खुला है। इसी के जवाब में जयंत ने कहा है कि मैं कोई चवन्नी हूं, जो पलट जाऊंगा।