उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण की वोटिंग सात मार्च को होगी। ऐसे में भाजपा, समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बसपा की तरफ से पूरी ताकत झोंकी जा रही है। वहीं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का इस बार सपा के साथ गठबंधन है। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने वाराणसी में एक रैली में कहा कि इस बार भाजपा की विदाई तय है।

बता दें कि ओपी राजभर ने कहा कि कांग्रेस तो लड़ाई में नहीं, बसपा तो नोटिस में नहीं और भाजपा की विदाई होना तय है। उन्होंने कहा, “10 मार्च को 10 बजे गाना बजेगा कि मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है? और दूसरा गाना बजेगा, चल संन्यासी मंदिर में।”

उन्होंने आरोप लगाया कि मेरे ऊपर भाजपा वालों ने बनारस कचहरी में हमला किया था। अगर मैं चाहता तो उसी जगह पर दो-दो हाथ कर सकता था लेकिन इससे वहां स्थिति बहुत बिगड़ जाती। मेरे लोग भी डिस्टर्ब होते। मैं ऐसा बिल्कुल नहीं चाहता था।

इसी रैली में अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “वाराणसी के जिस गांव को प्रधानमंत्री मोदी जी ने गोद लिया था, उस गांव का प्रधान का चुनाव भी भाजपा का प्रत्याशी हार गया।” उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों ने जनता को सपना दिखाया था कि बनारस को क्योटो जैसा बना देंगे।

अखिलेश ने कहा कि काशी को क्योटो बनाने वाली भाजपा ने काशी में इतनी तोड़फोड़ की कि इस बार बनारस के लोग भारतीय जनता पार्टी के झूठ का रस निकालेंगे। बता दें कि अंतिम चरण के चुनाव के लिए वाराणसी में सपा गठबंधन ने एक बड़ी रैली की। इसमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी भी मौजूद थे।

राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि भारतीयों को यूक्रेन से वापस लाने के अभियान को ऑपरेशन गंगा का नाम दिया है। इस मामले में भी बीजेपी चुनावी लाभ लेने की कोशिश कर रही है। दरअसल भाजपा वाले मदारी हैं। उन्हें सिर्फ तमाशे में विश्वास है।