यूपी चुनाव को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार से अपना मिशन यूपी अभियान शुरू कर दिया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर स्टेडियम में अब सांप्रदायिक मैच नहीं होंगे।
टिकैत ने कहा कि बीजेपी पिछला प्रदर्शन यहां नहीं दोहरा पाएगी। यहां लोग अब बैठ गए हैं। इस बार जनता विकास के मुद्दे पर वोट करेगी। बीजेपी के विरोध और विकल्प की बात पर राकेश टिकैत ने कहा कि वो किसी को कोई विकल्प नहीं देते हैं। जनता किसे वोट देगी वो जनता खुद तय करेगी।
टिकैत ने आगे कहा कि पश्चिमी यूपी में आंदोलन का करंट रहेगा। उन्होंने भारत समाचार से बात करते हुए कहा- “देश में आंदोलन और आंदोलनकारी मजबूत रहने चाहिए। सरकार किसी की भी आ जाए। किसान का ट्रैक्टर और आंदोलनकारी मजबूत चाहिए देश में। वहीं इलाज है इनका”।
इससे पहले भी टिकैत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि मुजफ्फरनगर हिंदू-मुस्लिम मैचों का स्टेडियम नहीं है। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक आधार पर बात करने वालों को इस क्षेत्र में चुनावी लाभ नहीं मिलेगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा- “पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता विकास की बात करना चाहती है। हिंदू, मुस्लिम, जिन्ना, धर्म की बात करने वालों को वोट का नुकसान होगा। मुजफ्फरनगर हिंदू- मुस्लिम मैच का स्टेडियम नहीं है”।
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए टिकैत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने आंदोलन में शहीद किसानों का नाम तक नहीं लिया।आज तक प्रधानमंत्री ने आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को शहीद कहने से परहेज किया। इनके प्रत्याशियों से किसान सवाल करें।
बता दें कि पश्चिमी यूपी में पहले चरण के तहत वोट डाले जाने हैं। यानि कि इन इलाकों में 10 फरवरी को वोटिंग होगी। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हुए आंदोलन का इस इलाके में काफी प्रभाव है। खुद आंदोलन के चेहरों में से एक राकेश टिकैत इसी इलाके से आते हैं। इस क्षेत्र में सत्ताधारी बीजेपी का सामना सपा-रालोद गठबंधन से मुख्यतौर पर माना जा रहा है। हालांकि कांग्रेस और बसपा भी चुनावी मैदान में मजबूती से लड़ते दिख रहे हैं।