आरक्षण के मुद्दे को लेकर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने सत्ताधारी भाजपा को अल्टीमेटम दिया है। संजय निषाद ने भाजपा से इसका हल चुनाव से पहले निकालने को कहा है। वहीं, संजय निषाद की नाराजगी देख भाजपा के पूर्व सहयोगी और अब समाजवादी पार्टी के खेमे में जा चुके ओमप्रकाश राजभर ने निषाद पार्टी अध्यक्ष को सपा के साथ हाथ मिलाने का न्योता दिया है।

एबीपी न्यूज के संवाददाता से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने संजय निषाद को लेकर कहा, ”मैंने संजय निषाद से पहले ही कहा था कि भाजपा ने मुझे भी धोखा दिया था, संजय निषाद ने खुद देख लिया है कि आरक्षण के ऐलान के नाम पर जो वादा भाजपा ने किया, वह पूरा नहीं किया है। हम उनसे कहते हैं कि वे आएं और हम सब मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ें और उनको (भाजपा) हराएं।”

ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ”आज भाजपा से सारा वर्ग नाराज है। बेरोजगारी को लेकर युवा वर्ग नाराज है। जीएसटी से व्यापारी वर्ग नाराज है। खाद नहीं मिलने से किसान नाराज है। भाजपा ने संजय निषाद के साथ वादा किया था कि आरक्षण की घोषणा करेंगे, लेकिन आरक्षण पर बोले नहीं। इससे पूरे प्रदेश का निषाद समाज नाराज है और भाजपा को हराने के लिए निषाद समाज समाजवादी पार्टी को वोट करने जा रहा है।”

राजभर ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा, ”इसी तरह का धोखा राजभर के साथ किए, जब राजभर का वोट लेना था तब वाराणसी के कटिंग मेमोरियल में इनके साथ रहने वाला राजभर खूब प्रचार किया। हजारों की संख्या में तब भी राजभर जमा हुए थे, लेकिन अमित शाह आए और लोरी सुनाकर चले गए।”

भाजपा के पूर्व सहयोगी राजभर ने कहा, ”रमाबाई मैदान से निषाद समाज के लोग नाराज होकर वापस गए, आरक्षण को लेकर ऐलान न होने के कारण वे इस कदर नाराज थे कि उन्होंने कुर्सियां तोड़ डालीं। निषाद कह रहे थे कि वोट लेना था तो खूब चिल्ला रहे थे लेकिन अभी आरक्षण को लेकर कुछ नहीं बोल रहे हैं।”

राजभर ने कहा, ”जनता जानती है कि चुनाव आने पर ये धर्म का चश्मा पहनकर आते हैं और हमको धोखा देने के लिए उद्धाटन करते हैं। सरकार के पास पैसा तो है नहीं, 5 सालों में इन्होंने क्यों नहीं किया? जनता जान चुकी है कि झूठ और फरेब के सहारे ये सब केवल वोट लेने की कवायद है।