ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गुरुवार को हापुड़ जिले के छिजारसी टोल पर गोली चलाई गई। वह यूपी चुनाव 2022 के लिए चुनाव प्रचार करके वापस लौट रहे थे इसी दौरान यह घटना हुई। इंडियन एक्सप्रेस के कॉलम Delhi Confidential के मुताबिक, हैदराबाद से लोकसभा एमपी ओवैसी पर जिस दिन हमला हुआ, उसी दिन उन्होंने अपनी पत्नी को डिनर पर ले जाने का वादा किया था।
ओवैसी इन दिनों यूपी चुनाव प्रचार में बेहद व्यस्त हैं, इसलिए उन्होंने अपनी बेगम से गुरुवार को दिल्ली में ही रहने को कहा, जिससे कि वह प्रचार खत्म करने के बाद रात को उनके साथ डिनर पर जा सकें। सबकुछ ठीक-ठीक था। प्लान के हिसाब से गुरुवार शाम तक सब सही जा रहा था। ओवैसी ने मेरठ के किठौर में चुनावी कार्यक्रम में शिरकत की और शाम को वह दिल्ली के लिए निकल पड़े, लेकिन रास्ते में उन पर हमला हो गया। जाहिर है ऐसे में डिनर तो कैंसिल होना ही था। ओवैसी ने बेगम साहिबा को फोन लगाया और बताया कि किसी ने उन पर गोली चला दी है, लेकिन उन्हें इस बात पर यकीन नहीं हुआ। ओवैसी की पत्नी को लगा कि वह डिनर पर नहीं जाना चाहते, इसलिए बहाना बना रहे हैं। ओवैसी की बेगम ने कहा, “नई कहानी”। इसके बाद ओवैसी ने सबूत पेश करते हुए कहा कि जरा आप टीवी तो खोलकर देखिए। इसी बीच ओवैसी की बेटी का फोन मां के पास आया और बेटी ने हमले की बात मां को सुनाई, तब जाकर उन्हें एहसास हुआ कि सच में ओवैसी पर हमला हुआ है।
बीते गुरुवार को छिजारसी टोल गेट पर हुई इस घटना के बारे में ओवैसी ने खुद ट्वीट करके बताया, “कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।”
इस पूरे घटनाक्रम पर ओवैसी ने कुछ इस अंदाज में प्रतिक्रिया दी, “गोली से बच गया लेकिन बीवी की तिरछी नजर से बचना मुश्किल है।”
ओवैसी पर हमले के मामले में यूपी पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक हमलावर सचिन को तो घटना के कुछ ही देर बाद पकड़ लिया था, लेकिन दूसरे फरार साथी शुभम को कुछ देर बाद गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एक हमले में इस्तेमाल पिस्टल भी बरामद की है। इनमें एक सहारनपुर का रहने का वाला है, जबकि दूसरा गौतमबुद्ध नगर जिले का है।
सचिन और शुभम ने पुलिस को बताया कि वे राम मंदिर पर दिए ओवैसी के बयान से नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने ओवैसी पर हमला किया।