उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार पूरी तैयारी के साथ उतरे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने गठबंधन का ऐलान कर दिया है। इस बार उनकी पार्टी ने बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी के साथ गठबंधन की घोषणा की है। इसके साथ ही ओवैसी ने दो मुख्यमंत्री और तीन उपमुख्यमंत्री का फॉर्मुला भी सबके सामने रखा है।
ओवैसी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की घोषणा की है। उन्होंने कहा- “अगर गठबंधन सत्ता में आता है तो 2 मुख्यमंत्री होंगे, एक ओबीसी समुदाय से और दूसरा दलित समुदाय से। इसके साथ ही मुस्लिम समुदाय के 3 उप मुख्यमंत्री होंगे।”
ओवैसी इससे पहले ओपी राजभर की पार्टी सुभसपा के साथ गठबंधन किए थे, बाद में राजभर, अखिलेश के साथ चले गए और ओवैसी अकेले मैदान में रह गए थे। जिसके बाद उन्होंने शनिवार को नए गठबंधन की घोषणा की है। वहीं इस गठबंधन को लेकर जब बाबू सिंह कुशवाहा यह पूछा गया कि क्या यह गठबंधन मजबूरी में बना है, तब बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि यह मजबूरी का नहीं है। उन्होंने कहा- “हमने लंबे समय तक दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए काम किया है।”
बता दें कि ओवैसी की पार्टी यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। कई उम्मीदवारों की घोषणा भी की जा चुकी है। ओवैसी इस चुनाव में मुस्लिम वोट बैंक को अपनी ओर खींचने की कोशिश करते दिख रहे हैं। ओवैसी अपनी कई रैलियों में मुस्लिम वोटरों को एकजुट होकर उनकी सरकार लाने की अपील भी कर चुके हैं।
हालांकि सपा समेत कई विपक्षी दल ओवैसी पर भाजपा की बी-टीम होने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने भी ओवैसी से वोट ना बांटने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि जहां उनकी पार्टी की जीत सुनिश्चत हो, वहीं पर वो अपना उम्मीदवार उतारें।
उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों के लिए सात चरणों में होने वाले चुनाव के लिए मतदान 10 फरवरी से शुरू होगा।